सम्पादकों/पत्रकारों ने कहा – “मैं रघुवर के आगे-आगे नाचूंगी, मैं तो रघुवर के आगे-आगे…”
जी हां, अपना देश बदल रहा है, राज्य भी बदल रहा है, जरा देखिये न, अपने झारखण्ड की राजधानी रांची में रहनेवाली रघुवर सरकार ने एक बार फिर रांची से प्रकाशित विभिन्न अखबारों में कार्यरत संपादकों पर दबाव डाला कि वे अपने यहां कार्यरत पत्रकारों को वहां भेजे, जहां वह भेजना चाहती है, रही बात उनके खाने-पीने, ठहरने व अन्य प्रकार की सुविधाओं की तो उसका जिम्मा सरकार उठायेगी
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