यहीं मौका हैं नवोदित पत्रकारों ‘सुरेन्द्र किशोर’ अथवा ‘ज्ञानेन्द्र नाथ’ जैसे पत्रकारों से ज्ञानार्जन कर लो
मैं यह दावा नहीं करता कि बिहार में सिर्फ ‘सुरेन्द्र किशोर’ अथवा ‘ज्ञानेन्द्र नाथ’ ही मात्र दो पत्रकार हैं, जिनसे पत्रकारिता के गुण सीखे जा सकते हैं, हो सकता है कि ऐसे लोगों की संख्या और भी हो, परन्तु यह दावा जरुर कर सकता हूं कि यह बहुत ही सुंदर मौका है, इन दोनों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है, क्योंकि लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा से इनकी कलम और ऊर्जान्वित हो चुकी है।
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