CM रघुवर को चेतावनी, गाली-गलौज बंद करें, भाषा संयमित रखें, नहीं तो JMM के पुराने तेवर झेलने को भी तैयार रहे

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास की कड़ी आलोचना की है, साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास को सीधी चेतावनी दी कि वे अपनी भाषा को संयमित रखें, नहीं तो झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के पुराने तेवर को झेलने के लिए भी तैयार रहे।

ज्ञातव्य है कि कल मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुमला की एक चुनावी सभा में सोनिया परिवार के लिए दो बार आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया, साथ ही पूरे राज्य के विपक्षी दलों को चोरों की संज्ञा दे दी। यहीं नहीं पीएम मोदी को शेर बताया तो विपक्ष के नेताओं को सियार और गीदड़ तक कह डाला।

सुप्रियो भट्टाचार्य का ये भी कहना था कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कोई चोर कहें तो पीएम मोदी को बुरा लगता है, पर उनके लोग, खुद राज्य के सीएम अपने प्रतिद्वंद्वियों के लिए आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग करें तो भाजपा के लोग चुप्पी लगा देते हैं, ये दोहरा मापदंड अब नहीं चलेगा। उनका यह भी कहना था कि अगर कोई बात करना चाहता हैं तो रोजगार, किसानों की समस्या, भू-अधिग्रहण पर बात करें, ये गाली-गलौज की भाषा की आवश्यकता क्यों पड़ रही।

सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना था कि सीएम रघुवर की गाली-गलौज की भाषा से उनकी पार्टी बेहद चिन्तित हैं, क्योंकि इसी प्रकार की भाषा का प्रयोग वे कभी विधानसभा में भी कर चुके हैं, जिसका प्रतिकार सभी विपक्षी दलों ने किया था, उनका कहना था कि भाषा कैसी हो, इसका एक तो स्तर होना ही चाहिए, लाख मतभेद हो, पर भाषा में संयम तो बरतनी ही चाहिए। हद हो गई, कोई किसी को अंगूली तोड़ देने की बात कर रहा है, कोई जमीदोज करने की बात कर रहा है, तो कोई किसी को थप्पड़ मारने की बात कह दे रहा हैं, ये सब अब नहीं चलेगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेता गाली-गलौज व नफरत की भाषा, जो अपने विपक्षियों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे लोकतंत्र प्रभावित हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार तो झामुमो, सीएम रघुवर और भाजपा को चेतावनी देकर छोड़ रही हैं, और अगर ये अब नहीं माने तो वे इनकी शिकायत चुनाव आयोग तक जाकर करेंगे और चाहेंगे कि इन्हें चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी जाय।