राजनीति

संपूर्ण विपक्ष ने एक स्वर से की ज्यां द्रेज की गिरफ्तारी की आलोचना, CPIML-AIPF गुस्से में

सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज की गिरफ्तारी और फिर उन्हें रिहा करने के समाचारों के बीच राज्य का संपूर्ण विपक्ष आक्रोशित है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद के शब्दों में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी एवं पुलिस हिरासत में उन पर दबाव डालकर यह लिखाया जाना कि सरकार से उनको कोई शिकायत नहीं है, इस बात का सबूत है कि सरकार सामाजिक कार्यकर्ताओं के गतिविधियों एवं उनके जमीनी कार्यों से डरी हुई है।

ज्ञातव्य है कि ज्यां द्रेज प्रसिद्ध अर्थशास्त्री है, जो लंबे समय से झारखण्ड में मनरेगा, भोजन के अधिकार जैसे विषयों को लेकर काम करते रहे हैं। आज वे अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विशुनपुर प्रखण्ड में राइट टू फुड के उपर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चर्चा कर रहे थे। कांग्रेस का कहना है कि इस संबंध में प्रशासन को पूर्व में ही सूचना दे दिया गया था, उसके बावजूद उन्हें तीन घंटे तक वेबजह थाने में बैठा कर रखा गया, जो कहीं से उचित नहीं है। पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसी प्रताड़ना, बिना सरकार के संरक्षण के संभव ही नहीं है।

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी ज्यां द्रेज की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है, झामुमो का कहना है कि दरअसल राज्य की रघुवर सरकार पुरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रही है, ऐसे में कोई तानाशाह उसके सामने भूख और गरीबी की बात करें, उसे कैसे बर्दाश्त होगा, इसलिए ऐसी घटनाएं राज्य में देखने व सुनने को मिल रही है, जल्द ही जनता ऐसी सरकार को सबक सिखायेगी।

भाकपा माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा कि प्रमुख अर्थशास्त्री जिन्होंने हमेशा गरीबों के लिए आवाज बुलंद की, वैसे ज्यां द्रेज की गढ़वा जिले की पुलिस के द्वारा विशुनपुर थाने में दो साथियों के साथ गिरफ्तारी निन्दनीय है, क्या सरकार को मालूम नहीं कि ज्यां द्रेज जैसे लोग किनके लिए काम करते हैं? जो गरीब-गुरबों की बात करें, उनकी भी गिरफ्तारी, इससे बड़ी शर्मनाक बात और क्या हो सकती है, अब सरकार को ज्यां द्रेज लोगों से भी डर लगने लगा। भोजन के अधिकार को लेकर पूरे झारखण्ड ही नहीं, बल्कि पूरे देश में अभियान चलानेवाले इस शख्स की सभा करते हुए गिरफ्तारी इस बात का संकेत है की झारखण्ड पुलिस और सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर तूली है।

इधर ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम के राज्य संयोजक नदीम खान ने कहा है कि देश के चर्चित अर्थशास्त्री प्रोफेसर ज्यां द्रेज एवं अन्य साथियों को राइट टू फुड के कार्यक्रम में भाग लेते हुए गढ़वा पुलिस ने जो गिरफ्तार किया, उसकी जितनी भी निन्दा की जाय कम हैं, ऐसी हरकतों को बर्दाश्त भी नहीं किया जा सकता, क्योंकि अब गरीबों की बात करनेवालों पर भी सरकार ज्यादती करने पर तुली है।