अपनी बात

न्याय मांगनेवालों को लाठियां और अन्याय करनेवालों को पीएम मोदी “जी” कहकर बुला रहे हैं – JMM

झारखण्ड के पिपरवार में घटित घटना ने पूरे झारखण्ड के जनमानस को उद्वेलित कर दिया है। ऐसे तो लिंचिंग के कारण पूरा झारखण्ड देश भर में बदनाम है, और ये लिंचिंग, शासन-प्रशासन तथा किस राजनीतिक संगठन के इशारे पर यहां जारी रहा, सभी जानते हैं। पांच वर्षों में लगभग दस दर्जन से ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ घिनौना से घिनौना काम रेप करके किया गया।

पर इस जघन्य अपराध के बावजूद प्रशासन हर बार मूकदर्शक बना रहा। दुष्कर्म, हत्या, लूट, हवस, हैवानियत, डायन-विसाही तो कभी खान-पान के नाम पर जो तबाही का मंजर चला आ रहा हैं, वो झारखण्ड में अब बर्दाश्त के बाहर है। ये कहना है झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का।

उन्होंने कहा कि यह सब कुकर्म इसलिए झारखण्ड में हो रहा है, क्योकि यहां का पुलिस कप्तान लोगों की सुरक्षा पर न ध्यान देकर भाजपा जिन्दाबाद का नारा लगाता है। आदिवासी-गैरआदिवासी का जमीन वह भी कई एकड़ में अवैध रुप से कब्जा करवाता हैं, और वहां टीओपी बनवाता है।

उन्होंने कहा कि जिस राज्य में शासन करनेवाली पार्टी ही प्रसूता के साथ बलात्कार कर देनेवाला असामी को उम्मीदवार बनाये। बलात्कार, जघन्य अपराध करनेवाला प्रशासन उनको माला पहनाए। चिन्मयानन्द टाइप का व्यक्ति झारखण्ड का विरंची नारायण जैसे लोगों को प्रधानमंत्री विरंची नारायण जी कहकर पुकारे, ऐसे राज्य में ऐसी घटना नहीं घटेंगी तो और कहां घटेंगी?

इसलिए इस घटना की जितनी निन्दा की जाय कम है। कमाल है, पिपरवार के लोग न्याय मांग रहे हैं, पर उन्हें न्याय नहीं मिल रहा, उन पर लाठी चार्ज किया जा रहा है। न्याय मांगनेवालों पर लाठियां भांजी जा रही है अन्याय करनेवालों को यहां प्रधानमंत्री माला पहनाते हैं।

उन्होंने कहा कि तीन चरणों में संपन्न हो चुके चुनाव से बौखलाई भाजपा कानून को ताक पर रखकर वो सारे काम कर रही हैं, जिसकी कानून इजाजत नहीं देता, जो आचार संहिता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नियमों की धज्जियां उड़ाकर प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट पर सभा कर रहे हैं।

कमाल है, आजकल जब भी झारखण्ड आ रहे हैं तो शिबू सोरेन और हेमन्त सोरेन पर वे निजी हमले कर रहे हैं, व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं, उसका कारण अब सबको मालूम हो गया हैं, क्योंकि सभी जान चुके हैं कि शिबू सोरेन और हेमन्त सोरेन के नाम पर उनके तोते उड़ जाते हैं। आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है। जो उनके हताशा का परिचायक है।

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चौथे व पांचवे चरण के अंतिम चरण के मतदान में उन्हें पता हैं, क्या होनेवाला है, जनता क्या तोहफा देने जा रही हैं, इसलिए वे सारा काम-काज छोड़कर इन जगहों पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को उन सारे कुकर्मों के लिए आम जनता से माफी मांगनी चाहिए जो उन्होंने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक व आध्यात्मिक स्तर के किये हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी, हेमन्त सोरेन को चुनौती देने के लिए 17 दिसम्बर को बरहेट पहुंच रहे हैं, पर उन्हें नहीं पता कि वो जगह सिदो-कान्हो की जगह है, जहां सिदो-कान्हों ने 1855 में ब्रितानिया हुकुमुत की ईंट से ईंट बजा दी थी, जहां हमेशा से शोषक और शासकों के खिलाफ क्रांति का बिगुल बजता रहा हैं, शायद पीएम मोदी को पता नहीं कि यहां के लोगों को पता है कि ऐसे लोगों से कैसे निबटा जाता है?

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पिपरवार की घटना के संबंध में वे चाहेंगे कि राज्यपाल महोदया इस मामले में हस्तक्षेप करें, तथा इस अत्याचार के भुक्तभोगी परिवार को न्याय दिलाने के लिए सभी कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अत्याचार करनेवालों को ऐसी सजा, वह भी 90 दिनों के अंदर प्राप्त हो, इसके लिए निचली अदालत, सुप्रीम कोर्ट व राष्ट्रपति की ओर से सारी कार्रवाई हो जाये, इसका प्रबंध होना चाहिए।