राजनीति

आदिम जनजाति समुदाय के परिवारों के बीच पहुंचे अधिकारी एवं निर्वाचन कर्मी, छूटे हुए पात्र लोगों का नाम मौके पर ही किया गया ऑनलाइन दर्ज 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर मंगलवार 28 नवंबर को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत राज्य भर में आदिम जनजाति बहुल इलाकों में मतदाता पंजीकरण हेतु विशेष अभियान चलाया गया। राज्य के विभिन्न जिलों में निवास कर रहे आदिम जनजातियों में से बिरहोर, सबर, असुर, पहाड़िया आदि समुदाय की बस्तियों में निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों एवं बूथ स्तरीय कर्मियों ने विशेष शिविर लगाकर मतदाता पंजीकरण अभियान चलाया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर मुख्यालय रांची से भी अधिकारियों ने क्षेत्र जाकर इन शिविरों में भाग लिया। इन इलाक़ों के जो मतदाता पंजीकृत नहीं थे और उनका नाम छूटा हुआ था, उनका मौके पर ही ऑनलाइन फॉर्म 6 भरवा दिया गया। इस दौरान ईआरओ, एईआरओ, कुछ पंचायतों के मुखिया, पंचायत सेवक, सुपरवाइजर, बीएलओ आदि भी मौजूद रहे।

नव पंजीकृत मतदाताओं को दिया गया गुलाब, 29 को बेघरों और 30 को बुजुर्गों के लिए अभियान

कुछ स्थानों पर मतदाताओं का सम्मान भी किया गया। आदिम जनजातीय बस्तियों के जिन युवक युवतियों को हाल ही में मतदाता सूची से जोड़ा गया है उनको अधिकारियों ने गुलाब देकर स्वागत किया। आदिम जनजातियों के लिए एक दिवसीय विशेष अभियान चलाने के उपरांत 29 नवंबर बुधवार को राज्य के उन लोगों का सर्वे करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा जो गृह विहीन है अर्थात जिनका कोई अपना स्थाई ठिकाना नहीं है। ऐसे लोगों के सर्वे के लिए नगर निकायों की भी मदद ली जा रही है। वहीं 30 नवंबर गुरुवार को 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मतदाता पंजीकरण को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।