अपनी बात

जमशेदपुर में हिन्दू नव-वर्ष यात्रा के नाम पर हिन्दू संगठनों की आपस में ही ठन गई, जनता भयाक्रान्त

हिंदूओं को संगठित करने के लिए शुरू की गई यात्रा राजनीतिक जमीन तलाश रहे नेताओं की महत्वाकांक्षाओं की भेंट चढ गई है। जी हां हम जमशेदपुर की ही बात कर रहे हैं, जहां दो साल पहले हिंदू जागरण मंच से जुड़े कुछ उत्साही युवकों रवि प्रकाश, अमित और चिंटू समेत अन्य ने हिंदू संस्कृति के प्रति जागरूकता और एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए इस यात्रा को शुरू किया था। इन सब ने उसके लिए एक समिति गठित की थी जिसका नाम पडा हिंदू उत्सव समिति।

समिति का अध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह को बनाया गया। तब तय हुआ था कि इस समिति में राजनीतिक दल या नेता की न तो दखलअंदाजी होगी और न ही कोई राजनीतिक व्यक्ति, इसमें सदस्य या किसी पद को प्राप्त करेगा। लगातार दो साल, ये यात्रा मानगो क्षेत्र से ही प्रमुखता से निकलती रही। इस बार समिति ने संघ को विश्वास में लेकर तय किया कि बर्मामाईंस से यात्रा निकाली जाए, जो आम बागान मे आकर समाप्त हो।

कारण था बर्मामाईस के मुस्लिम बहुल इलाके में शक्ति प्रदर्शन करना। चूंकि दो तीन महीने पहले उस क्षेत्र  में मामूली सी बात से भड़के सांप्रदायिक तनाव के बाद सैकडों हिंदू परिवार बस्ती के अपने घर द्वार छोडकर मंदिर में शरण लेने को मजबूर हो गए थे, जिसको भुनाने में विभिन्न राजनीतिक दल जी-जान से जुटे थे, पर शहर की समझदार जनता ने माहौल के तनाव को पूरे शहर में भड़कने नहीं दिया और प्रशासन ने भी चुस्ती दिखाते हुए माहौल को शांत कर दिया।

चूंकि वह बस्ती आम गरीब लोगों की बस्ती है और वहां  हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग शांतिपूर्वक रहते आए थे और अब चूंकि एक घटना हो गई है, जिसे राजनीतिक दल भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते तो हिंदू नव वर्ष यात्रा को एक बहाना बनाया जा रहा है। खैर, संघ की इजाजत के बाद तैयारियां शुरू थी, इसी बीच मानगो के एक संघी ने अपनी साख का इस्तेमाल करते हुए हिंदू जागरण मंच को ही भंग करवा दिया, क्योंकि वह चाहते थे कि यात्रा मानगो से निकले ताकि आगामी निगम के चुनाव जब भी हो तो वह मेयर के लिए जोर आजमाईश के पहले हिंदू नव वर्ष यात्रा से अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करा लें।

इस संघी ने अपने प्रभाव के बल पर हिंदू उत्सव समिति का अध्यक्ष भाजपा नेता (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सह परिवहन प्राधिकार समिति सदस्य)रामबाबू तिवारी को बनवा दिया। रामबाबू तिवारी हिंदू नव वर्ष यात्रा मानगो से निकालना चाहते हैं, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर खुदा न खास्ता जमशेदपुर पश्चिम से सरयू राय का टिकट कट जाए तो वे इस यात्रा की सीढ़ी चढ़ते टिकट की मंजिल  को प्राप्त करने के लिए सबसे जोरदार उम्मीदवार के तौर पर उभरें।

इधर रामबाबू तिवारी के अध्यक्ष बनने से नाराज लोगों ने एक दूसरी हिंदू उत्सव समिति बनाई जिसका संरक्षक कुलवंत सिंह “बंटी”को बना दिया गया। बंटी भाजपा नेता और झारखंड खादी ग्रामोद्योग के सदस्य हैं। दिलचस्प बात ये है कि रामबाबू तिवारी और बंटी दोनों  ही सीएम रघुवर दास के करीबी हैं लेकिन इस वक्त दो खेमे में हैं। रामबाबू तिवारी की समिति मानगो से नव वर्ष यात्रा निकाल रही है और बंटी, रवि प्रकाश और अन्य लोग, बर्मा माइंस, गोलमुरी से यात्रा लेकर निकलेंगे। बीच-बीच में मानगो से किसी तीसरे चौथे गुट के भी बनने की खबरें लगातार उड़ रही हैं। वहीं शहर के अन्य अल्पसंख्यक बहुल इलाकों से भी बडी संख्या में लोग नववर्ष यात्रा लेकर दोपहर तीन बजे से निकलेंगें।

यात्रा में शामिल सभी लोग विभिन्न गुटों की ओर से यात्रा निकालते हुए एक ही जगह आम बागान पहुंचेंगे। सवाल है कि जिस हिंदू एकता के लिए इस यात्रा की शुरूआत हुई, जब वही एकता तार-तार हो गई तो आम बागान में जुटे ये लोग करेंगे क्या और हुंकार क्या भरेंगे? सवाल ये भी है कि राजनीतिक हित साधने के लिए क्या ऐसे हथकंडे अपनाकर शहर में तनाव फैलाने की छूट किसी को भी मिलनी चाहिए?

कमाल है इसी हिन्दू नववर्ष यात्रा को लेकर कोई किसी को झोलाछाप नेता से विभूषित कर रहा हैं, तो कोई यह कह रहा है कि उसे किसी की सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं, कोई अपनी हिन्दू नव-वर्ष यात्रा को असली और दूसरे को नकली बता रहा है, तो आरोप-प्रत्यारोप की दौर में सारी मर्यादाएं धूल-धूसरित हो रही है। इधर जिस आमबागान में भारत माता की आरती होनी है, वहां आरती होगी या नहीं, इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि प्रशासन ने उक्त स्थल को किसी डिजनीलैंड मेला के मालिक को दे दी है।

ऐसे में प्रशासन और हिन्दू नव-वर्ष यात्रा कमेटियों के बीच भी ठन गई है। अब सवाल उठता है कि हिन्दू नव-वर्ष के दिन जमशेदपुर में शांति रहेगी भी या नहीं, इसको लेकर अभी से जमशेदपुरवासियों के दिल में भय का माहौल व्याप्त है, क्या जिला प्रशासन इस भय को दूर करने के लिए ठोस प्रयास कर रही हैं, या उस दिन का इंतजार कर रही है, जिला प्रशासन को चाहिए कि अभी से ही इन नव-वर्ष यात्रा पर हो रहे उछल-कूद पर ध्यान दें, ताकि जमशेदपुर की शांतिप्रिय जनता को कोई भयभीत न कर सकें।

One thought on “जमशेदपुर में हिन्दू नव-वर्ष यात्रा के नाम पर हिन्दू संगठनों की आपस में ही ठन गई, जनता भयाक्रान्त

  • Rajesh krishna

    संगठन बनाओ..विघटन कराओ.
    सबको लड़ाओ माल पुआ पाओ
    उल्लू बनाओ जनतंत्र बचाओ
    खाओ खिलाओ.लड़ो आजमाओ
    खतरे की घण्टी खनकाओ,
    लोकतंत्र की लाज बचाओ
    ओ देश के बाल बालाओं
    आओ आओ सब मिल गाओ
    जय जय जय जयकार लगाओ..
    हमको सबका बाप बनाओ
    फिर सबकी चड्डी नाप कराओ..
    ताप चढ़ाओ सबको भड़काओ
    मारो मरवाओ,सब पाप कराओ..
    कितना गिनवाओ..पर पार न पाओ
    भाई..चेतन चल आज बचाओ.
    विवेक देश की लाज बचाओ
    पार्थ समर्थ पुरुषार्थ जगाओ
    जगो स्वयं और सबको जगाओ
    गीत सनातन गाओ सुनाओ
    अपना धर्म समाज बचाओ
    भूत भभुत सब भूत भगाओ
    भाल भारत टीका चमकाओ..
    भविष्य भय भरम भूख भगाओ,
    कुछ रीत प्रीत की, ..भी आजमाओ,
    कल कल का कलकल दफ़नाओ,
    सनातन को नूतन वस्त्र पहनाओ..।
    सुर संसार के सब साज बचाओ,
    स्वयं बचो संसार बचाओ..
    सबका सम सुर समाज बचाओ..
    भाई आज बचो और आज बचाओ।।

    @राजेश कृष्ण
    रांची,1 अप्रैल2019
    949Pm.

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