हेमन्त पहुंचे मृत किसान लखन महतो के घर, कहा सरकार अपने आचरण में लाएं सुधार, नहीं तो…

जिस किसान लखन महतो ने गत 26 जुलाई को कर्ज से परेशान होने के कारण अपने ही कुएं में डूबकर जान दे दी, उस किसान के घर आज नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन पहुंच गये। चान्हो प्रखण्ड के पतरातु गांव में जैसे ही लखन महतो के परिवार से वे मिले। परिवार की हालात और उसकी मनोदशा देखकर, उनका चेहरा गुस्से से लाल हो गया, उन्होंने मृत परिवार को ढाढ़ंस बंधाया तथा कहा कि इस हालात में पुरा समाज और उनकी पार्टी झामुमो मृतक किसान लखन महतो के परिवार के साथ है।

इधर लखन महतो के बेटे का कहना था कि अगर सरकार कुछ नौकरी का बंदोबस्त कर देती तो घर का हालत सुधर सकता है। लखन महतो के बेटे ने यह भी कहा कि उसके पिता ने करीब डेढ़ लाख रुपये में परिवार से कर्ज लेकर कुआं बनवाया था, पर सरकार से सहयोग राशि मिलने के कारण उन्होंने कुएं में कुदकर जान दे दी।

इधर लखन महतो की पत्नी ने कहा कि अगर सरकार इसके बावजूद भी उनकी नहीं सुनती तो वह अपने बालबच्चों के साथ इसी तरह जान दे देगी। इधर नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन ने कहा कि लखन महतो द्वारा आत्महत्या करने की घटना, राज्य सरकार के विकास का पोल खोल कर रख देती हैं, रघुवर दास के विकास के झूठ का पर्दाफाश कर देती है, उनका कहना था कि राज्य सरकार को चाहिए, रघुवर दास को चाहिए कि वह चान्हो आकर, अपना असली चेहरा देख ले कि उन्होंने राज्य की क्या हालत कर दी है?

उन्होंने कहा कि यह केवल एक लखन महतो के साथ ऐसा नहीं हुआ, ऐसे कई लखन महतो हैं, जो राज्य सरकार उनके अधिकारियों के शोषण के शिकार हैं और आत्महत्या करने को मजबूर है। उन्होंने घटनास्थल पर से ही राज्य के एक अधिकारी को क्लास लगाई तथा यहां मृतक लखन महतो के लिए विशेष व्यवस्था करने का सलाह दिया। साथ ही चान्हो के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी की कड़ी आलोचना की।

उन्होंने राज्य सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस घटना की, की जा रही लीपापोती पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यहां आकर कोई भी देख सकता है कि यहां के किसानों की क्या हालात राज्य सरकार और यहां के प्रशासनिक अधिकारियों ने कर दी है, उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने अपने आचरण में सुधार नहीं लाया तो झामुमो अपने ढंग से इस मामले से निबटेगा और झामुमो के कार्यकर्ता इस जुल्म के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।