राजनीति

राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान और पहाड़ी मंदिर रक्षार्थ आगे निकल पड़ी युवा शक्ति

अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर राष्ट्रीय युवा शक्ति आगे की ओर निकल पड़ी है। पहाड़ी मंदिर की रक्षा और राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के लिए राष्ट्रीय युवा शक्ति के बैनर तले अनेक युवाओं ने पहाड़ी मंदिर के नीचे आज एक दिवसीय धरना दिया, साथ ही पहाड़ी मंदिर के शीर्ष पर जाकर राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया। इन युवाओं का कहना था कि 2016 में बड़े ही ताम-झाम से आज के दिन यानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था, पर आज स्थिति ऐसी है कि खंभा तो दिखाई देता है, पर राष्ट्रीय ध्वज गायब है, और इसकी चिंता न तो राज्य सरकार को है और न उन्हें जो बराबर राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान की कसमें खाते हैं।

राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में युवाओं ने संकल्प लिया कि वे एक बेहतर माहौल बनाने तथा राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के लिए विशेष प्रयास करेंगे। इनकी मांगे है कि 1. पहाड़ी मंदिर परिसर में देश का सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने के लिए जो बड़ा और विशाल खँभा लगाया है, जिसकी वजह से पहाड़ी मंदिर का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है, उसे वहां से हटाकर मोराबादी या बड़ा तालाब के पास लगाया जाय ताकि पहाड़ी मंदिर के अस्तित्व को संकट में पड़ने से बचाया जा सकें तथा राष्ट्रीय ध्वज को उचित सम्मान भी मिल सकें। 2. पहाड़ी मंदिर विकास समिति को भंग कर नई समिति गठित हो, जिसमें सभी वर्गों एवं धर्मों के लोगों तथा प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों को स्थान मिले। 3. पहाड़ी मंदिर के रख-रखाव या राष्ट्रीय ध्वज लगाने के नाम पर जो खर्चें हुए, उसकी निष्पक्ष जांच करायी जाय। 4. पहाड़ी मंदिर पर हर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने को सुनिश्चित किया जाय। 5. जिला प्रशासन द्वारा जो पहाड़ी मंदिर के उपर टावर लगाया गया है, उसे हटाकर दूसरे जगह ले जाया जाय। 6. पहाड़ी मंदिर के चारो तरफ ट्रकों से मिट्टी लाकर भरवाया जाय, ताकि भूस्खलन को रोका जाय। 7. पहाड़ी मंदिर की साफ-सफाई के लिए कम से कम एक दर्जन स्त्री पुरुष की नियुक्ति की जाये।