छात्रा के अपहरण मामले में भाजपा नेत्री के परिवार पर गंभीर आरोप, प्राथमिकी दर्ज

रांची के महेन्द्र प्रसाद महिला क़ॉलेज की एक छात्रा ने आज लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी से पता चलता है कि इस अपहरण कांड में एक भाजपा नेतृ के परिवार की अहम् भूमिका है। छात्रा कहना है कि अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में उसके कॉलेज में बैंक के लिए कैंपस सेलेक्शन के लिए तीन लोग आये। इन तीनों के नाम थे – राहुल सिंह, अजीत सिंह और प्रशांत। इनलोगों ने छात्रा का मोबाइल नंबर लिय़ा और बोला कि हेड मैम का मैसेज या फोन आयेगा, आप इस सबंध में बात कर लीजियेगा। इसी बीच 9304503206 से नीलम सिंह का फोन आया। उसने उक्त छात्रा को इंटरव्यू के लिए पेंटालून्स में बुलाया, जहां पहले से ही राहुल सिंह, अजीत सिंह और प्रशांत मौजूद थे।

इन तीनों ने छात्रा से कहा कि मैंडम होटल रेंजीडेंसी में इंतजार कर रही है और यह कहकर छात्रा से उसके सारे सर्टिफिकेट्स ले लिये। छात्रा जब होटल पहुंची। वहां एक मैडम मौजूद थी, वहां छात्रा से कुछ पुछताछ किया गया। फिर खाना खाने के लिए ये सभी होटल चले गये। बाद में जब वह होटल रेजीडेंसी पहुंची तब वहां नीलम सिंह के साथ एक और लेडीज थी। होटल में नीलम सिंह ने कहा कि आज उसके बेटे राहुल का जन्मदिन है, केक काटा गया, और उसे भी खिलाया गया। केक खाते ही छात्रा अचेत हो गई। जब होश आया, तब छात्रा अपने सामने राहुल को पाई। राहुल उसे धमका रहा था कि यदि इस घटना का किसी से जिक्र किया तो उसका विडियो वायरल कर दिया जायेगा। सारे कॉलेज में वह बंटवा देगा। जब छात्रा अपना डाक्यूमेंट्स मांगी तब इनलोगों ने कहा कि बाद में दे देंगे।

इसके बाद वह घर चली गई। ये लोग फोन करके उसे डराने लगे। बाद में उसे कचहरी ले गये, धोखे से कोर्ट मैरिज करा लिया, फिर गाड़ी में बैठाकर बंगाली टोला ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया और उसके सामने उसके पापा को फोन कर पैसा मांगने लगे। जब उसके पापा उससे मिलने आये तो उनसे उसे मिलने नही दिया गया। कुछ दिन बाद उसे रांची से राहुल के पिता रामाशीष सिंह कुछ दूसरे जगह ले गया। वहां पहुंचने पर पता चला कि वह सतना में है। सतना में उसे राहुल के बहन खुश्बू और उसके बहनोई के अपार्टमेंट में रखा गया और उसे एक मोबाइल नंबर दिया गया, जिससे वह अपने पापा और बहनोई से बात करती थी। जब वह अपने पापा और बहनोई से बात करती तो एक हेडफोन का तार खुश्बू लगा लेती। खुश्बू बोला करती थी कि वो जो कहेगी, वहीं उसे करना है। उनलोगों ने उसके पापा से 14 लाख रुपये मांगे, जब उसके पापा 14 लाख रुपये का चेक दिये, तब रामाशीष सिंह सतना से शिप्रा एक्सप्रेस से लेकर उसे आ रहा था, तभी इसी बीच उसने अपने बहनोई को डिहरी स्टेशन पर बुला लिया और डिहरी स्टेशन पर उतरकर अपने बहनोई के साथ अपने परिवार से मिली।

छात्रा का कहना है कि जब ये लोग अपहरण कर सतना में रखे थे, तब उसे पता चला कि ये लोग एक रैकेट चलाते है, जिसमें ये भोली-भाली लड़कियों को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करते है। छात्रा का कहना है कि इस घटना से वह मानसिक रुप से डरी हुई है। वह न्याय की गुहार लगाई है। लालपुर थाना भादवि की धारा 366, 386, 387, 420, 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है, तथा इसके जांच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर योगेन्द्र सिंह को बनाया गया है।