लो कर लो बात, अपने सीएम रघुवर दास पीएम की नजरों में डायनेमिक हो गये

लो कर लो बात। अपने सीएम रघुवर दास, पीएम नरेन्द्र मोदी की नजरों में डायनेमिक हो गये। पीएम नरेन्द्र मोदी ने नीति आयोग की बैठक में उन्हे यह उपाधि दे दी हैं और इसका प्रमाण यह कहकर दे दिया कि वे तत्काल निर्णय लेते हैं। हां प्रधानमंत्री जी, आपने बिल्कुल ठीक कहा, वे त्वरित निर्णय लेते हैं, तभी तो…

  • जहां से ओडीएफ की शुरुआत हुई थी, उसी ओडीएफ इलाके में कल 12 साल की मधु जो खुले में शौच करने गयी थी, उसे कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला। घटना कोडरमा के मरकच्चों थाना क्षेत्र के भगवतीडीह गांव की है। जहां घर में शौचालय नहीं रहने के कारण मधु सुबह करीब आठ बजे आंगनबाड़ी केन्द्र के समीप खेत में शौच करने गई और वहां आवारा कुत्तों ने उसे नोच-नोच कर मार डाला।

  • गांडेय के भाजपा विधायक जय प्रकाश वर्मा कुशवाहा सम्मेलन में 6 जनवरी को ताल ठोककर कहते है कि सदन में जब भी आवाज उठाते है, तो उसे दबा दिया जाता है, मुख्यमंत्री द्वारा मंत्री व विधायकों की बातें नहीं सुनी जाती है, कोई उनसे खुश नहीं है, इसलिए उन्होंने सड़क पर आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
  • भूख से चिल्ला-चिल्लाकर संतोषी मर जाती है और पूरे विश्व में झारखण्ड की जगहंसाई होती है।
  • सीएम रघुवर दास, मोमेंटम झारखण्ड के दौरान बड़े गर्व से हाथी उड़ा देते हैं।
  • किसान आत्महत्या करते हैं, और एक गरीब पिता दवा के अभाव में अपने बच्चे का इलाज नहीं करा पाता और एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण अपने बच्चे की लाश को कंधे पर ढोता है, घटना गुमला की है।
  • एक दुष्कर्म की शिकार मृत बेटी का पिता सीएम से गुहार लगाने जाता है, और सीएम उसकी भरी सभा में बेइज्जत कर देते है।
  • गढ़वा में एक जाति विशेष को सीएम टारगेट कर अपमानित करते हैं, दूसरी ओर विधानसभा में विपक्ष के साथ गाली-गलौज तक कर देते है, जमशेदपुर में महिलाओं के प्रति विवादास्पद बयान दे देते है, ये सभी डायनेमिक होने के ही गुण है।
  • जिस पं. दीन दयाल उपाध्याय का जन्मशती मनाया जा रहा है, जो जातिवाद के कट्टरविरोधी थे, उन्हीं की जन्मशती के अवसर पर जातिवाद का खुला मंजर झारखण्ड में दिखाई दे रहा है।
  • कई बार राज्य के ही खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय राज्य के नौकरशाह तथा सरकार के कार्यों पर अंगूली उठा चुके है, ताजा उदाहरण 36 सौ करोड़ का खनन घोटाला मामला सामने हैं।
  • मुख्यमंत्री जनसंवाद केन्द्र पर पिछले साल दो महिलाकर्मियों ने प्रश्न चिह्न खड़े किये, पर उसकी बोलती बंद कर दी गई, कई बार पीएम का दरवाजा खटखटाया गया, अंत में एक कमेटी बनाई गई, जिस कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट कब की सौंप दी, पर मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में बैठे एक भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को समय ही नहीं कि उस रिपोर्ट के पन्ने खोले, उसे पढ़े तथा कार्रवाई करें, क्योंकि सभी एक दूसरे से मिले हुए है, ऐसे में कार्रवाई क्या होगी? इसलिए वह रिपोर्ट ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है, वह तब तक ठंडे बस्ते में रहेगा, जब तक सीएम रघुवर दास का शासनकाल है।
  • जमशेदपुर और रांची में नो इंट्री के सवाल पर मुख्यमंत्री रघुवर दास स्वयं के द्वारा दिये गये बयान से खुद ही पलट जाते है।
  • सीएम, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा पर कार्रवाई करने में स्वयं को असहज महसूस करते है, जबकि उन्हीं के मंत्री सरयू राय प्रमाण के साथ, सीएम को रिपोर्ट सौंप देते हैं, पर अपने ही मंत्री सरयू राय की बात को हवा में उड़ाने का प्रयास किया जाता है।
  • कई मंत्रियों ने कैबिनेट में सरकार द्वारा शराब नहीं बेचे जाने की मांग उठाई, पर आज भी सरकार द्वारा बाजार में शराब बेची जा रही है।
  • भ्रष्टाचार का हाल यह है कि राज्यमंत्री का दर्जा रखनेवाले झारखण्ड आंदोलनकारी व जयप्रकाश आंदोलनकारी चिह्न्तीकरण आयोग के सदस्य देवशरण भगत के आप्त सचिव पुष्कर महतो ने राज्य सरकार के अधिकारियों पर घूस मांगने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि एक अवर सचिव के द्वारा वेतन भुगतान के बदले अग्रिम पचास हजार रुपये नकद घूस की मांग की गयी थी, घूस नहीं देने की वजह से अवर सचिव ने जानबूझकर कार्यालय आदेश की जगह नियुक्ति की अधिसूचना निकाल दी। (ये खबर आज प्रभात खबर यानी 8 जनवरी के पृष्ठ संख्या 9 पर छपी है)
  • याद करिये, 2 दिसम्बर 2016, रांची के नगड़ी का प्रखण्ड कार्यालय, पूर्वाह्ण 11 बजे का समय। चलिये प्रधानमंत्री ही बता दें, जैसा कि उन्होंने कहा है कि हमारे सीएम त्वरित निर्णय लेते है, तो आज से ठीक सवा साल पहले इन्होंने नगड़ी में निर्णय लिया था कि झारखण्ड को देश का पहला कैशलेस राज्य बनाना हैं, क्या मुख्यमंत्री रघुवर दास या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही बता सकते है कि झारखण्ड देश का पहला कैशलेस राज्य कब और किस दिन बना?
  • रघुवर सरकार ने दावा किया था कि 25 दिसम्बर 2016 तक वे प्रत्येक जिले के एक – एक प्रखण्ड को कैशलेस कर देंगे। क्या रघुवर सरकार उन प्रखण्डों के लिस्ट जारी कर सकती है, कि कौन-कौन से प्रखण्ड कब और किस दिन कैशलेस हो गये?
  • मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उस दिन कहा था कि 2017 तक सारे विभाग पेपर लेस कर दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री रघुवर दास जी जनवरी बीतने को आया, बताइये कि आपका कौन-कौन सा विभाग पेपरलेस हो गया? आपने और भी बड़ी-बड़ी बातें कही थी? राज्य को भ्रष्टाचार और कालाधन से मुक्त करायेंगे, क्या राज्य भ्रष्टाचार और कालाधन से मुक्त हो गया?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, प्लीज आप ऐसा बयान न दें, जिससे लोगों को लगे कि आपने उनके सपनों पर वज्रपात किया है, आप बयान वहीं दे, जो सुपाच्य हो, क्योंकि लोगों ने आपको सामने रखकर विधानसभा में वोट दिया था, न कि रघुवर दास को सामने रखकर वोट दिया था, ये अलग बात है कि आपने सीएम के रुप में झारखण्ड की जनता को रघुवर दास दे दिया, पर स्थिति यहां बहुत ही विकट है, आनेवाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में यहां से कमल खिलाने की बात तो सदा के लिए भूल जाइये, क्योंकि झारखण्ड की जनता को डायनेमिक का मतलब पता है।

One thought on “लो कर लो बात, अपने सीएम रघुवर दास पीएम की नजरों में डायनेमिक हो गये

  • January 8, 2018 at 4:20 pm
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    प्रधामन्त्री..जी.
    सावधान
    बड़ीमुश्किल से राज्यकु जनता ने झारखण्ड का कमान देकर आपकी भारत विजय पर नुहार लगाया था,,अब कहीं ऐसा न हो कि ,,लोग यहीं से उखाड़ने का काम न शुरू हो जाए जिसका पूरा अंदेशा है..अतः कृपया डायनामाइट पूर्ण डायनमिक से बचें बचें,,

    स्थिति चिंतनीय है ।।

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