प्रार्थना मार्च के दौरान राष्ट्रीय युवा शक्ति ने कहा बिरसा की धरती पर भगत सिंह की प्रतिमा के लिए भूमि न मिल पाना दुःखद ही नहीं, उनका अपमान भी

पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार, महान क्रांतिकारी अमर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को सम्मानपूर्वक, सम्मानजनक स्थान पर स्थापित करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय युवा शक्ति ने प्रार्थना मार्च निकाला। यह प्रार्थना मार्च मोराबादी मैदान से निकलकर मुख्यमंत्री आवास के लिए निकला, पर स्थानीय प्रशासन ने इसे बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया और इस प्रार्थना मार्च को मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचने नहीं दिया।

ऐसे भी राष्ट्रीय युवा शक्ति से जुड़े इन आंदोलनकारियों का मकसद कोई हंगामा खड़ा करना तो था नहीं, इसलिए जहां अवरोधक बनाया गया था, वहीं इन्होंने खड़े होकर अपनी आवाज मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचाने की कोशिश की। इन आंदोलनकारियों का कहना था कि अमर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को जिस प्रकार स्थानीय प्रशासन ने हटवाया है। स्थानीय प्रशासन यथाशीघ्र उसी स्थान पर सम्मान पूर्वक प्रतिमा स्थापित कराने का पहल करें।

राजनीतिक पंडितों की मानें, तो उनका कहना है कि इस राज्य के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर ऐसे कई प्रतिमाएं स्थापित है, जिनका कोई वजूद ही नहीं हैं, और ये सारी प्रतिमाएं बिना किसी प्रशासन या नगर निगम/नगरपालिका के अनुमति से ही लगी हुई हैं, ऐसे में भगत सिंह की प्रतिमा पर स्थानीय प्रशासन का भृकुटि तान लेना, समझ से परे हैं।

राजनीतिक पंडितों की मानें, तो अमर शहीद भगत सिंह के सर्वोच्च बलिदान को भला कौन चुनौती दे सकता है। ऐसे में उनकी प्रतिमा के साथ स्थानीय प्रशासन का ये व्यवहार समझ से परे हैं। खुशी इस बात की है कि अमर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय युवा शक्ति ने महात्मा गांधी के मार्ग को चुना है। 

पर दुर्भाग्य इस बात की भी है कि भारत जैसे देश में अमर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा व उनकी प्रतिमा को स्थापित करनेवालों को भी प्रशासन से चुनौती मिलने लगी है, नहीं तो स्थानीय प्रशासन राष्ट्रीय युवा शक्ति के साथ मिलकर कोई न कोई विकल्प जरुर तलाशता, पर रांची जिला प्रशासन ने अमर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को हटाने में ही ज्यादा दिलचस्पी दिखा दी।

राष्ट्रीय युवा शक्ति ने हालांकि आज कह दिया कि फिलहाल तो वे अभी प्रार्थना मार्च से स्थानीय प्रशासन को जगाने का काम कर रहे हैं, अगर इसके बावजूद भी बात नहीं बनी तो फिर वे दूसरा रास्ता अख्तियार करेंगे। प्रार्थना मार्च के दौरान राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव और संरक्षक पंकज पाण्डेय ने संयुक्त रूप से कहा कि भगत सिंह सिर्फ एक महान क्रांतिकारी नहीं, वरन् वे हमारी विरासत भी हैं। अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए उन्हें जीवित रखना हमारा धर्म है ताकि आगे आनेवाली पीढ़ी उनकी विचारधारा को आत्मसात कर सके।

उन्होंने आगे बताया कि झारखंड क्रांतिकारियों की भूमि रही है और भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारी को दो गज भूमि न मिल पाना दुःखद है पर उससे भी दुःखद वह क्षण था जब झारखंड की पावन भूमि पर भगत सिंह का अपमान किया गया। यह क्षण असहनीय था और आज युवाओं का इस तरीके से सड़कों पर उतरना यह दिखाता है कि झारखंड के युवा इस घटना से कितने आहत हैं।