कोयला तस्करी में लगे लोगों के लिए सेफ जोन बन गया सीएम-स्पीकर आवास मार्ग

कोयला तस्करी में लगे लोग इन दिनों बहुत ही अधिक प्रसन्न हैं, प्रसन्न होने का कारण हैं, कांके रोड में स्थित जहां मुख्यमंत्री आवास हैं, जहां विधानसभाध्यक्ष रहते हैं, जहां नेता प्रतिपक्ष का आवास हैं, ये मार्ग कोयला तस्करी के लिए सेफ जोन बन गया हैं। बड़ी संख्या में अहले सुबह इन कोयला तस्करी में लगे लोगों को साइकिल के माध्यम से बेतरतीब ढंग से कोयले को बोरियों में लादकर, इस मार्ग से ले जाते हुए देखा जा सकता हैं। ये बहुत ही प्रसन्न होकर, सीएम-स्पीकर-नेता प्रतिपक्ष आवास के पास बने फुटपाथ पर आराम फरमाते हुए अपने काम को अंजाम दे रहे हैं।

बताया जाता है कि कोयला तस्करी में लगे लोग, छुटभैये नेताओं तथा पुलिसकर्मियों की मदद से ये धंधा बेरोकटोक चलाते जा रहे हैं। ये कोयला तस्कर पतरातू, खलारी, आदि स्थानों के बंद कोयला खदानों से अवैध रुप से कोयले को निकालकर रांची के विभिन्न स्थानीय दुकानों में सप्लाई करते हैं तथा इसे शहर के बाहर भी भेजते हैं, पर इस पर किसी का ध्यान नहीं हैं, चूंकि इस कार्य में लगे ज्यादातर नेताओं की, पुलिस से अच्छी पटती हैं तथा पुलिस को भी इसका कमीशन प्राप्त होता हैं, ऐसे में ये काम, वह भी मुख्यमंत्री, स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष के आवास से होकर निर्बाध रुप से चल रहा हैं।

आप इस काम में लगे लोगों को देर रात से लेकर अहले सुबह तक बेरोक-टोक देख सकते हैं, इनकी संख्या सैकड़ों में होती हैं तथा ये ग्रुप में चलते हैं, एक साइकिल पर पन्द्रह से बीस बोरियां लदी होती हैं, जिसे वे पैदल ही चलाकर रांची के शहरी इलाकों में अपने आकाओं के ठिकानों पर पहुंचाते हैं, फिर वहां से दूसरे स्थानों पर विभिन्न वाहनों से पहुंचाकर इस अवैध काम को गति दे रहे हैं, यानी नेता-पुलिस ने मिलकर इस अवैध कार्य को एक तरह से वैधता प्रदान कर दी हैं, वह भी उन जगहों पर जहां वीवीआईपी लोगों के आवास हैं।