RSS के एजेंडे पूरे देश में लागू कर रही BJP, महिलाओं की सुरक्षा व अधिकार को लेकर ऐपवा करेगी आंदोलन

रांची स्थित भाकपा माले के प्रदेश कार्यालय में कल अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की राज्यस्तरीय बैठक संपन्न हो गई। बैठक में ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी और झारखण्ड राज्य सचिव गीता मंडल, राज्य अध्यक्ष सविता सिंह के साथसाथ जयंती चौधरी, आरती तिर्की, नीता वेदिया आदि महिलाएं भी मौजूद रही। बैठक की समाप्ति के बाद संवाददाताओं से बातचीत में ऐपवा की राज्य सचिव गीता मंडल ने कहा कि भारी बहुमत से सत्ता में वापसी के बाद मोदी-2 की सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था की खुली अवहेलना करते हुए आरएसएस के एजेंडों को लागू कर रही है।

गीता मंडल का यह भी कहना था कि सत्ता के शीर्ष पर दो लोगों का वर्चस्व कायम है। देश में धर्म और प्रभुत्वशाली लोगों का वर्चस्व फैलाने की कोशिश जारी है। 370, कश्मीर की स्वायत्तता को समाप्त करने के साथ अन्य राज्यों की स्वायत्तता और विशेषता को खत्म करने के बाद ही रुकेगी। बहुलता में एकता की कड़वी सच को खत्म किया जा रहा है। बेरोजगारी चरम पर है। मंदी का दौर शुरु हो गया है।

गीता मंडल ने यह भी कहा कि इस सच को कबूलने के बजाय बैंकों के विलय कर समाधान ढूंढा जा रहा है। देश की पूंजी लेकर भागनेवाले से पैसे वसूलने पर जोर नहीं हैं, बल्कि जनता का पैसा बैंकों में डालकर घाटा कम करने की कोशिश की जा रही है। मंदी की हालत ने लड़के और लड़कियों दोनों के हाथों का रोजगार छिन रहा है. स्कीम वर्कर को काम के अनुपात में मेहनताना नहीं हैं।

दूसरी ओर देश ओर समाज को उन्माद की आग में झोंकने की कोशिश की जा रही है। बच्चा चोर की अफवाह से गरीब महिलाओं को शिकार बनाया जा रहा है। झारखण्ड के सभी जिले इससे प्रभावित है। बच्चा चोरी के कोई ठोस सबूत नहीं होने के बावजूद व्हाट्एसएप और सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाई जा रही है। अफवाहों के स्रोतों और षडयंत्रकारियों पर सरकार की कोई पकड़ ही नहीं है।

गीता मंडल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा समाज में अंधविश्वास को बनाये रखना चाहती है, महिलाओं पर जहां कही भी हमला हो रहा है, सेंगेर से लेकर चिन्मयानन्द तक इनके विधायकों, सांसदों का चेहरा सामने रहा है। ऐपवा महिलाओं की सुरक्षा, अधिकार और रोजगार के सवाल पर जल्द ही राज्यस्तरीय आंदोलन करेगी।