आज एक बार फिर सदन में बवाल हुआ। बवाल इस बात को लेकर हुआ कि जब सीएम सदन को संबोधित कर रहे थे, तब उसी दौरान सीएस, अधिकारियों के लिए बने कक्ष में हंस रही थी। जिसे लेकर विपक्ष आपे से बाहर हो उठा। झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने इसे सदन का अपमान बताया और कहा कि यह सदन का मजाक उड़ाने जैसा है।
नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए घातक है, ऐसे अधिकारी राज्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं, आखिर उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि सीएम की क्या मजबूरी है कि इस विषय पर आराम फरमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम के संबोधन के समय राजबाला वर्मा ने हंसकर सदन की हंसी उड़ाई, क्या सीएम को पता नहीं।
इधर सदन में हंगामा होता देख स्पीकर ने सदन को तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया, लेकिन तीन बजे के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही प्रारंभ हुई, विपक्ष सीएस और डीजीपी के मुद्दे को लेकर हंगामा करता रहा, झामुमो के सायमन मरांडी भी गुस्से में दीखे, उन्होंने वेल में अखबार फेंके। हाउस को इधर आउट ऑफ कंट्रोल होता देख, स्पीकर ने निर्णय लिया और सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
जब से विधानसभा का बजट सत्र प्रारंभ हुआ है, तब से लेकर आज यानी चौथे दिन तक विधानसभा में विपक्षी दलों का बवाल जारी है, विपक्ष सीएस, डीजीपी, एडीजी को लेकर लगातार सरकार को घेरे हुए हैं, पर सरकार हठधर्मिता के साथ अपने जिद पर अड़ी है, ऐसे में नहीं लगता कि आनेवाले दिनों में भी सदन शांतिपूर्वक चल पायेगा। इधर सीएस, डीजीपी और एडीजी को लेकर सारा विपक्ष एकमत है और सरकार को चलने नहीं दे रहा।
मत देख जालिम, जमाना देख रहा है…
ये बात कल भी थी, ये बात अब भी है…।।