अपनी बात

CBSE के खिलाफ झारखण्ड के छात्र भी आग बबूला, केन्द्र सरकार को दी चेतावनी

सीबीएसई ने लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ही नहीं किया, बल्कि लाखों परिवारों के विश्वास को भी तोड़ा हैं, हर जगह लीकेज ने सीबीएसई की 12 वीं अर्थशास्त्र के पेपर लीक किये ही, 10 वीं के गणित के पेपर भी लीक कर दिये, जिससे 10वीं एवं 12 वीं के सीबीएसई के परीक्षार्थी ही नहीं, बल्कि इनका पूरा परिवार आक्रोशित हैं।

पूरे देश में परीक्षार्थियों का परिवार केन्द्र सरकार को भला-बुरा कहने से नहीं चूक रहा, जबकि छात्र सड़कों पर उतरे हुए हैं, ये छात्र दिल्ली ही नहीं, झारखण्ड के विभिन्न इलाकों में भी सड़कों पर उतरकर केन्द्र सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना तथा सीबीएसई की चेयरमेन की पुतला दहन कर रहे हैं, इनका कहना है कि गलतियां सीबीएसई की, गलतियां केन्द्र सरकार की, और इन गलतियों को वे क्यों भूगते, सरकार जब सिस्टम को ठीक नहीं कर सकती, और सिस्टम में इतने लीकेज हैं तो फिर इस सरकार को केन्द्र में रहने की जरुरत क्यों?

छात्रों का गुस्सा, फिलहाल सातवें आसमान पर हैं, इनके गुस्से को शांत करने के लिए केन्द्र सरकार सक्रिय दीख रही हैं, इधर 12 वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा की नई तिथि की घोषणा की जा चुकी हैं, 12 वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा 25 अप्रैल को होगी, पर 10 वीं के गणित की दोबारा परीक्षा को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई हैं,  मानव संसाधन विभाग के सचिव (स्कूल शिक्षा) अनिल स्वरुप के अनुसार 10वीं के गणित की दोबारा परीक्षा कराने की जरुरत हैं या नहीं, इस  पर अभी विचार नहीं किया गया है, अगर दोबारा परीक्षा करानी पड़ी भी तो यह सिर्फ दिल्ली और हरियाणा रिजन में होगी और उसे जुलाई में कराने की संभावना व्यक्त की जा रही हैं।

इधर धनबाद में भी ऋषिकांत यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सीबीएसई के छात्रों ने आक्रोश व्यक्त किया तथा केन्द्र सरकार की कड़ी आलोचना की, साथ ही अपना गुस्सा सीबीएसई पर उतारा। ऋषिकांत यादव का कहना था कि गलतियां सरकार करें और उसका खामियाजा छात्र भुगते, ये अब नहीं चलेगा, चाहे तो सरकार सिस्टम ठीक करें, नहीं तो छात्रों का कोपभाजन बनने को तैयार रहे, सीबीएसई के इस हरकत ने इतना जरुर बता दिया कि यहां सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।