अपनी बात

रामजन्मभूमि मंदिर के बाद धारा 370 पर आये SC के फैसले व कांग्रेसी नेता धीरज साहू के ठिकानों से निकले नोटों के बंडलों ने 2024 में PM मोदी को पुनः सत्ता में लाने का मार्ग किया प्रशस्त

आयकर विभाग ने पूरे देश में कांग्रेस के उपर ऐसी दाग लगा दी है कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक शायद ही कांग्रेस अब ठीक से खड़ा हो पाये। आयकर विभाग ने इंडी एलायंस में शामिल एक बड़े दल की गति पर असाधारण ब्रेक लगाकर उसके साथ खड़े छोटे-छोटे दलों को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि वो कांग्रेस के साथ खड़ा हो पाये अथवा नहीं, जबकि भाजपा के लिए तो आयकर विभाग ने प्राणवायु का काम कर दिया है।

निश्चय ही लोकसभा चुनाव तक भाजपा इस मुद्दे को मरने नहीं देगी और कांग्रेस को जनता के सामने महाभ्रष्टाचारी घोषित कर एक बार फिर केन्द्र में सत्ता प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हाल ही में नरेन्द्र मोदी का इसी मुद्दे पर टिव्ट इसी बात की ओर इशारा भी कर रहा है। इधर रामजन्मभूमि मंदिर का उद्घाटन और सुप्रीम कोर्ट द्वारा आज धारा 370 पर आया फैसला भी भाजपा को एक तरह से मजबूत ही कर दिया।

अगर किसी कारणवश सुप्रीम कोर्ट का फैसला प्रतिकूल आता तो शायद भाजपा को कुछ ब्रेक लगता, पर सुप्रीम कोर्ट का धारा 370 पर फैसला, केन्द्र सरकार के लिये गये निर्णयों को एक तरह से सही ठहरा दिया। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ सारे भाजपा कार्यकर्ता व संघ परिवार आह्लादित है, जबकि कांग्रेसी नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं की हालत पस्त है।

जिस दिन से आयकर विभाग ने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के ठिकानों पर छापेमारी की हैं और जिस प्रकार से उनके ठिकानों से कुबेर का खजाना मिलता जा रहा हैं, उससे कांग्रेस पार्टी के प्रति लोगों की एक तरह से घृणा बढ़ती जा रही हैं। भले ही कांग्रेस इस मुद्दे पर कुछ भी बोले पर जनता कांग्रेस पार्टी से दूरियां बनाती चली जा रही है। शायद उसे पता नहीं। बेवजह की बहस करना अलग बात पर जनता को विश्वास में लेना दूसरी बात हैं, ये कांग्रेसियों को समझना होगा।

छतीसगढ़, मध्यप्रदेश व राजस्थान से विदाई के बाद, पूरे लोकसभा चुनाव से विदाई का काम उनके ही नेता धीरज साहू ने कर दिया हैं। शायद कांग्रेसियों और इंडी एलांयस को पता नहीं। इधर नरेन्द्र मोदी ताल ठोककर कहेंगे कि जो उन्होंने किया किसी ने नहीं किया और जनता उनकी बातों पर विश्वास भी करेगी, क्योंकि अब तो उनके क्रियाकलापों पर सुप्रीम कोर्ट भी मुहर लगा रही हैं। अब आप क्या कहेंगे।

जो कांग्रेसी भाजपाइयों को यह कहकर चिढ़ाया करते थे कि मंदिर वही बनायेंगे, पर तारीख नहीं बतायेंगे। उसका जवाब भाजपाइयों ने दे दिया है और उसके आमंत्रण पत्र भी अब बंट रहे हैं। धारा 370 को हटाकर भाजपा ने जम्मू-कश्मीर की समस्या पर ही सदा के लिए अंकुश लगा दिया, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगा दी, कह दिया कि केन्द्र का फैसला संवैधानिक था। इसके बाद अब क्या चाहिए।

इधर धीरज साहू ने कांग्रेसियों और उनके साथ चल रहे इंडी एलायंस के लोगों को कही का नहीं छोड़ा, उनके आवास से निकल रहे करोड़ों रुपये कांग्रेसियों के चरित्र पर ही सवाल छोड़ रहे हैं। ऐसे में आम जनता के बीच में किस मुंह से कांग्रेस के बड़े नेता जायेंगे और भ्रष्टाचार पर भाजपा को घेरेंगे। बार-बार अडानी को कोसनेवाले राहुल गांधी ने धीरज साहू को लेकर अब तक अपना मुंह नहीं खोला हैं। दूसरी तरफ भाजपा इस मुद्दे को लेकर सदन से सड़क तक आंदोलन करने का मन बना ली है, जिसकी शुरुआत झारखण्ड से की जा चुकी है।