अपनी बात

आखिर गोमो स्टेशन के कुछ वेंडर, महिलाओं के लिए बनी शौचालयों के आस-पास ही क्यों मंडराते रहते हैं?

भाई सवाल तो साफ है, धनबाद रेल मंडल प्रबंधक को जवाब देना चाहिए कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो के प्लेटफार्मों पर महिलाओं के लिए बनी शौचालयों के आस-पास, कुछ वेंडर क्यों मंडराते रहते हैं? हम आपको दिखाते हैं, यह नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो का प्लेटफार्म नंबर 1-2 हैं।

जिसके पश्चिमी छोर पर, एक ही स्थान पर तीन शौचालय बने हैं, एक ओर विकलांग, दूसरी ओर पुरुष और तीसरी ओर महिलाओं के लिए शौचालय बनाई गई है, पर आश्चर्य है कि इस स्टेशन पर काम कर रहे वेंडर न तो विकलांग और न ही पुरुषों के लिए बने शौचालयों की ओर नजर आते हैं, पर महिलाओं के लिए बने शौचालयों पर बैठकर, खाली वक्तों में अड्डेबाजी करते हुए इन्हें आराम से देखा जा सकता है।

इस प्लेटफार्म पर विद्रोही24.कॉम ने साफ देखा कि कुछ वेंडरों का समूह, महिलाओं के लिए बनी शौचालय के प्रमुख द्वार पर आराम से बैठकर अड्डेबाजी करता रहा, जबकि इस शौचालय का प्रयोग करने के लिए महिलाएं इधर से उधर भटकती रही कि ये कब वहां से उठे और वे महिलाओं के लिए बनी शौचालयों का प्रयोग कर सकें। आश्चर्य की बात है कि इनमें से कुछ वेंडर आराम से महिलाओं के लिए बनी इस शौचालय का प्रयोग भी करते देखे गये, इन्हें इस बात का भी शर्म नहीं था कि ये महिलाओं के लिए शौचालय बनी हुई है।

अन्य रेलयात्रियों द्वारा समझाने का भी इन पर कोई असर नहीं था, कुछ देर के लिए समझानेवाले व्यक्ति की बातों को सुनकर उठ जाते, फिर उसके जाते ही महिलाओं के शौचालय पर अड्डा जमा लेते, कुछ दैनिक महिला यात्रियों का कहना था कि इनका ये रोज का काम हैं, भला हमलोग इनसे मुंह क्यों लड़ाएं, चुपचाप रहना ही ठीक रहता है, क्योंकि ये लोकल लोग हैं, कुछ भी कर सकते हैं। शायद यहीं डर के मारे, कोई महिलाएं इनके खिलाफ बोलती नहीं, चुप्पी साध लेती है, जिनके कारण इनका मनोबल बढ़ता जा रहा है।

कभी-कभी,  ऐसा भी देखा गया कि महिलाओं के लिए बने इस शौचालय में जब महिलाएं इस शौचालय का प्रयोग कर रही थी, कुछ वेंडर प्रवेश करने की कोशिश किये, जब उक्त महिला शौचालय में महिलाओं को देखा तब जाकर ये बाहर निकले, क्या धनबाद रेल मंडल प्रशासन ऐसे वेंडरों पर कार्रवाई करेगा, जो ऐसा गलत कर रहे हैं, क्या इस स्टेशन से महिलाएं सुरक्षित यात्रा कर पायेंगी, या ऐसे ही चलता रहेगा।

One thought on “आखिर गोमो स्टेशन के कुछ वेंडर, महिलाओं के लिए बनी शौचालयों के आस-पास ही क्यों मंडराते रहते हैं?

  • कहीं..ये स्वच्छ भारत अभियान के चौकीदार तो नही..?

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