राजनीति

बिना हेलमेट के ही धनबाद में सड़कों पर मोटरसाइकिल के साथ उतर गये भाजपा नेता-कार्यकर्ता

आज धनबाद के भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता व कार्यकर्ता बहुत ही प्रसन्न हैं, क्योंकि उनके नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने शासन के चार साल पूरे कर लिये हैं, इस प्रसन्नता को अभिव्यक्त करने के लिए नेता तो नेता कार्यकर्ताओं ने भी खुब कानून तोड़ा हैं। बिना हेलमेट के ही इनके नेता व कार्यकर्ता मोटरसाइकिल पर बैठकर जुलूस में भाग लिया हैं। आश्चर्य इस बात की भी है कि धनबाद में तैनात ट्रैफिक पुलिस को इन बिना हेलमेट मोटरसाइकिल चला रहे भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं पर ध्यान ही नहीं गया हैं, शायद धनबाद ट्रैफिक पुलिस भी इन्हें इस बात की छूट दे दी है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन के चार साल हो गये हैं, तो ऐसे में इतना कानून तोड़ने तथा जैसे-तैसे मोटरसाइकिल पर स्टंट दिखाने का तो अधिकार इनका बनता ही हैं।

धनबाद में आज भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने “जनता बोले बेमिसाल” कार्यक्रम के तहत खुब धमाल मचाया हैं। बिना हेलमेट के खुब गाडियां चलाई हैं, वह भी तब जब भाजपा के सांसद पशुपतिनाथ सिंह और भाजपा विधायक राज सिन्हा भी उस जुलूस में मौजूद थे। कमाल हैं, धनबाद में पत्रकारों का भी समूह हैं, पर किसी ने पशुपतिनाथ सिंह या राजसिन्हा से बाइट लेने के क्रम में यह नहीं पुछा कि बिना हेलमेट के वे और उनके कार्यकर्ता कैसे धनबाद की सड़कों पर निकल गये? और जब वे स्वयं यातायात के नियमों का पालन नहीं करेंगे तो सामान्य जनता पर इसका क्या असर पड़ेगा?

कार्यक्रम था “जनता बोले बेमिसाल” अब जनता बेमिसाल बोल रही हैं या नहीं, ये भगवान जाने, पर सच्चाई तो ये है कि वर्तमान में बढ़ती पेट्रोल व डीजल की कीमतों ने आम आदमी को जहां सोचने पर मजबूर कर दिया है कि घर कैसे चलाएं? वहीं लगता है कि भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके नेताओं पर इसका कोई असर ही नही दीख रहा हैं, जबकि इन्हीं की सरकार में पेट्रोल की बचत के लिए अरबों रुपये के विज्ञापन फूंके जा रहे हैं, स्वयं इन्हीं की मोदी सरकार देश में पेट्रोल की खपत को पूरा करने के लिए विदेशों से पेट्रोलियम पदार्थों का आयात कर रही हैं पर यहां पेट्रोल को फूंकने के लिए मोटरसाइकिल जुलूस निकाला जा रहा हैं, इससे आम जनता को क्या फायदा? और ये सिलसिला हमें लगता है कि हर जिलों में देखने को मिलेगा, अब आम जनता इस बात पर विचार करें कि ऐसे आयोजनों से देश व राज्य को क्या फायदा मिल रहा है।

हालात तो राज्य के ये हैं, कि स्वयं मुख्यमंत्री रघुवर दास जब कभी दुपहिये वाहन से जमशेदपुर में निकलते हैं, तो वे हेलमेट पहनना पसंद नहीं करते, जबकि खुद विज्ञापन में या यातायात संबंधी कार्यक्रमों में सभी से हेलमेट पहनने –पहनाने की वकालत करते हैं, और अब धनबाद में भाजपाइयों ने बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाकर शायद मुख्यमंत्री रघुवर दास को बता दिया कि वे भी उनके इस सोच को आगे बढ़ाने के लिए कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार हैं, यानी जनता बाइक चलाएं हेलमेट पहनकर, और भाजपा के नेता व कार्यकर्ता बाइक चलायेंगे बिना हेलमेट के, और स्थानीय पुलिस इनके इस हरकतों पर बलिहारी जायेंगी और उन्हें कानून का भय भी नहीं दिखायेगी।

…और अब बात कानून की, झारखण्ड यातायात नियमों के अनुसार अगर आप बिना हेलमेट पहने गाड़ी चलाते पहली बार पकड़े गये तो आपके विरुद्ध एक्ट सेक्शन 129/177 के तहत 100 रुपये के चालान कटेंगे और जब आप दुसरी बार पकड़ायेंगे तो एक्ट सेक्शन 129/177 के तहत ही आपको 300 रुपये देने पड़ेंगे।