“न्यूज 11 भारत” द्वारा की जा रही ब्लैकमेलिंग के खिलाफ “विद्रोही24” सौंपेगा भारत सरकार के MIB को महत्वपूर्ण दस्तावेज, करेगा कार्रवाई की मांग

झारखण्ड की राजधानी रांची से प्रसारित  एक चैनल “न्यूज 11 भारत” द्वारा की जा रही ब्लैकमेलिंग के खिलाफ “विद्रोही24” जल्द ही भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को महत्वपूर्ण दस्तावेज सौपेंगा, तथा ऐसे चैनल के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी करेगा।  विद्रोही24 के पास न्यूज 11 भारत के मालिक एवं उसके संपादक अनुप सोनू की काली करतूतों के महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध हो गये है, जल्द ही उन सारे दस्तावेजों को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार को सौंपने की योजना पर कार्य चल रहे हैं, जल्द ही एक-दो दिनों में यह काम संपन्न हो जायेगा।

विद्रोही24 के इस कार्य की सर्वत्र सराहना हो रही हैं, जो-जो लोग इस चैनल के ब्लैकमेलिंग के शिकार हुए हैं, या जिनके सम्मान के साथ खेला गया है, सभी ने मुक्त कंठ से विद्रोही24 के इस कार्य की सराहना की है। ज्ञातव्य है कि न्यूज 11 भारत के खिलाफ सबसे पहला मोर्चा गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने खोला था, जिस पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जांच कमेटी भी बैठाई और पहली बार चेतावनी देकर छोड़ा था, जिसका समाचार सिर्फ और सिर्फ विद्रोही24 पर छपा था।

इस  चैनल के खिलाफ राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने भी मोर्चा खोला है, उन्होंने भी एक पत्र सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार को भेजा हैं, जिस पर जांच चल रही है। तीसरा पत्र अल्कोर होटल के मालिक ने भी भारत  सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भेजा है, जिसमें इस बात का जिक्र है कि कैसे इस चैनल ने झूठी विडियो के सहारे उस होटल के सम्मान के साथ खेलने की कोशिश की।

हाल ही में चौथा पत्र गोड्डा के एक शिक्षक ने भी न्यूज 11 भारत के खिलाफ भारत सरकार को भेजा है, जिस में इसके द्वारा की गई ब्लैकमेलिंग की चर्चा है, और अब पांचवा एवं महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ पत्र विद्रोही24 भेज रहा है, ताकि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार को पता चल सकें कि कैसे एक चैनल का मालिक व वहां काम कर रहा  संपादक किसी के साथ भी गलत कर बैठता है, उसके सम्मान के साथ खेल जाता है, झूठी केस रजिस्टर्ड करवा देता है, तथा पुलिस से सांठ-गांठकर अपने आप को श्रेष्ठ बताकर गंदगियां फैलाते जा रहा है।

राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ये जरुरी भी है, ऐसे चैनलों के खिलाफ मोर्चा खोलना, क्योंकि जब सारी हदें पार हो जाती हैं तो किसी न किसी को गलत के खिलाफ मोर्चा खोलना ही पड़ता है, जैसे कौरवों के आगे पांडवों ने मोर्चा खोला और उसका साथ श्रीकृष्ण ने दिया। इस बार अरुप  और उसके संपादक अनूप सोनू का सामना असली विद्रोही24 से हुआ है, जो सही में बतायेगा कि सच हैं तो दिखेगा, और इसके लिए जहां तक होगा, इन दोनों से लड़ेगा और जनता को न्याय दिलाकर रहेगा।

राजनीतिक पंडितों का ये भी कहना है कि ऐसे चैनल तभी फलते-फूलते हैं, जब सत्ता का सहयोग मिलता है, इसमें कोई दो मत नहीं कि यहां की राज्य सरकार और उसके आगे-पीछे करनेवालों ने इन सभी का मनोबल बढ़ाया, झारखण्ड पुलिस ने सुरक्षा गार्ड तक उपलब्ध करा दी, वो भी एक नहीं तीन-तीन, वो भी एके47 के साथ, ऐसे में इन ब्लैकमेलरों का धंधा चलना ही था, पर अब लगता है कि भारत सरकार के पास भी बहुत सारे पत्र पहुंच रहे हैं, और अब ये महत्वपूर्ण दस्तावेज जब पहुंचेगा तो न्यूज 11 भारत की क्या हाल होगी? वो खुद समझ लें।