सिल्ली में सीमा का पलड़ा भारी, गोमिया में त्रिकोणीय संघर्ष, जनता में मतदान के प्रति दिखा उत्साह

सिल्ली एवं गोमिया में मतदान संपन्न। सिल्ली में भारी मतदान तो गोमिया में मतदान का प्रतिशत कम रहा। सिल्ली में 76 प्रतिशत, तो गोमिया में 62 प्रतिशत मतदान संपन्न हुआ। गोमिया में भाजपा के माधवलाल सिंह, आजसू के लंबोदर महतो एवं झामुमो की बबीता देवी के बीच त्रिकोणीय टक्कर हैं, वहीं सिल्ली में आजसू के सुदेश महतो और झामुमो की सीमा महतो के बीच सीधी टक्कर है।सिल्ली और गोमिया में हालांकि मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गये, पर इन दोनों जगहों पर आज संपन्न हुए चुनाव में इतना अवश्य क्लियर हो गया कि आनेवाले समय में भाजपा और आजसू के बीच कड़वाहट बढ़ेगी।

सूत्र बताते हैं कि भाजपा के लोगों ने कहने के लिए तो सिल्ली में सुदेश महतो के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा, पर ये भी सच्चाई है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सुदेश महतो के समर्थन में न तो चुनाव प्रचार किया और न ही आज मतदान के दिन ही उसके कार्यकर्ता कही दिखाई पड़े, कई जगहों पर आजसू के कार्यकर्ताओं को हुई दिक्कतों पर भी आजसू के कार्यकर्ता कई इलाकों में भाजपा व रघुवर सरकार से नाराज दिखे, और ये नाराजगी आनेवाले समय में भारी पड़ सकती है, ऐसा नहीं कि आजसू अगर दोनों सीटों पर जीत जाती है, तो नाराजगी नहीं दिखेगी, जीत हो या हार आज पनपे कड़वाहट भाजपा की आनेवाले समय में नींद भी उड़ा सकती है, क्योंकि आजसू ने भाजपा को हर वक्त मदद पहुंचाई है और आज संपन्न चुनाव में आजसू को हुई परेशानी ने उसे दिन में तारे दिखा दिये।

उधर गोमिया में कई जगहों पर आजसू व झामुमो कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया है, एक राजनीतिक कार्यकर्ता ने विद्रोही 24.कॉम को बताया कि गोमिया में अगर भाजपा जीत गई तो समझ लीजिए, प्रशासन का कमाल है, आजसू जीत गया तो समझ लीजिये, पैसे में बहुत ताकत है, और झामुमो जीत गया तो समझ लीजिये, इंसानियत आज भी बाकी है। झारखण्ड में दो विधानसभा सीटों पर हुए संपन्न चुनाव ने हालांकि झामुमो, आजसू और भाजपा के उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ा दी है, और ये धड़कन 31 मई तक किसी को सोने नहीं देगी।

इधर दुसरी तरफ विभिन्न अखबारों व चैनलों में बैठे संपादकों व पत्रकारों के समूह अपने-अपने ढंग से चुनावी विश्लेषण कर रहे है, यानी जो भाजपा के समर्थक है, वे बता रहे है कि गोमिया में भाजपा जीत रहा है, क्योंकि प्रशासन ने भाजपा को बम-बम कर दिया है, जो आजसू के समर्थक हैं, उनका कहना है कि दोनों सीटों पर आजसू परचम लहरा रही है, झामुमो के लिए तो इन अखबारों व चैनलों के पास समय ही नहीं है, इसलिए आज कोई बता ही नहीं रहा कि झामुमो जीतेगी या नहीं या वह टक्कर में भी रहेगी या नहीं, पर एक चैनल, जिसका मुख्यालय बंगाल में है, उसके एक जमीनी संवाददाता ने सिल्ली के बारे में खुलकर बताया कि इस बार भी सिल्ली से सुदेश महतो को निराशा ही हाथ लगेगी, जबकि दिल्ली से संचालित एक चैनल के संवाददाता ने तो दोनों सीटों पर आजसू की जीत बता दी है, हालांकि अब चुनाव संपन्न हो चुके हैं, मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग कर दिया है, अब 31 मई का इंतजार करिये।

और अंत में सिल्ली विधानसभा चुनाव संपन्न कराने में लगे, सारे रांची के प्रशासनिक अधिकारियों को बधाई, खासकर पुलिस पदाधिकारियों को जिन्होंने चुनाव संपन्न कराने में ईमानदारी दिखाई, पर हम यहीं बात गोमिया विधानसभा चुनाव को संपन्न कराने में लगे अधिकारियों के लिए नहीं कह सकते, क्या करें भाई हमारी आदत है, जो लिखेंगे, डंके की चोट पर लिखेंगे, सत्य लिखेंगे।