अपनी बात

नाम बिगाड़ने और सम्मान से खेलने में आगे हैं teamjharkhand एवं पीआरडी टीम

वाह रे, teamjharkhand तुम्हारा जवाब नहीं। ये झारखण्ड में नया विधायक राधा-श्रीकृष्ण किशोर कहां से आ गये/आ गयी? निधि खरे, निधि करें कब से हो गई? जरा देखिये ट्विटर पर टीम झारखण्ड ने क्या ट्विट किया है।

चूंकि टीम झारखण्ड पर भी मुख्यमंत्री रघुवर दास की छाया स्पष्ट रुप से पड़ी है, जैसे रघुवर दास क्या निर्णय लेंगे और कब उस निर्णय को अपने ही हाथों से लीप-पोत कर बराबर कर देंगे, कुछ कहा नही जा सकता, ठीक उसी प्रकार एक टीम झारखण्ड एवं सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अंतर्गत काम करनेवाली एक पीआरडी टीम झारखण्ड में भी नमूनों की बरसात हैं, ये नमूने किसके नाम का कब और कैसे कबाड़ा कर देंगे, किसे हीरो बना देंगे और कब उसे ही जीरो बना देंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता।

जरा देखिये कल की ही बात है, टीम झारखण्ड ने अपने ट्विट में भाजपा विधायक राधा कृष्ण किशोर को राधा-श्रीकृष्ण किशोर बना दिया, कार्मिक विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे को निधि करें बना दिया। इसी प्रकार टीम पीआरडी अपने भेजे समाचारों में कभी मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार बर्णवाल को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बताता है, तो कभी उन्हें मुख्यमंत्री का सचिव बताता है, यानी एक ही दिन में किसी समाचार में सुनील कुमार बर्णवाल हीरो हो जाते है, और तुरंत उन्हें डिमोशन करके मुख्यमंत्री का सचिव बना देता है, आखिर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को चला कौन रहा हैं – क्लर्क, निवेशक या भारतीय प्रशासनिक अधिकारी।

जब टीमझारखण्ड बनाकर उसमें बैठे लोग, ऐसी-ऐसी भयंकर भूल करेंगे, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों के गलत नाम और उनके पदों से खेलेंगे तो फिर अन्य के साथ क्या होगा? यहीं हाल टीम पीआरडी में बैठे लोगों का है, जो कभी किसी को सचिव तो कभी प्रधान सचिव बताने लगता है तो इसका मतलब है कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग में अशिक्षितों एवं बुद्धिहीनों की जमात बैठ गई हैं, और इसे बैठाने वाले और कोई नहीं हैं, सीएमओ में बैठे लोग हैं, जो कैसा काम कर रहे हैं? आपके सामने हैं, और इसके बदले में कैसे करोड़ों उठाकर डकार ले रहे हैं, वह भी आपके सामने हैं, फिलहाल जो भी हो रहा हैं, उसका आनन्द लीजिये और कर ही क्या सकते हैं? बदलता झारखण्ड, विधायकों और भाप्रसे के अधिकारियों के पदों के नामों को बदलता झारखण्ड।