अपनी बात

रांची में चुनाव प्रचार के दौरान CM रघुवर का कड़ा विरोध, जनता ने रास्ता रोका, कड़ी डांट पिलाई

ऐसे तो मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं उनकी सरकार के खिलाफ आक्रोश पूरे झारखण्ड में दिखाई पड़ता हैं, और यह विरोध इनके शासन संभालने के बाद से ही प्रारम्भ हो गया था, जो धीरेधीरे अब यह भयंकर रुप लेता जा रहा हैं, जो आज रांची में भी दिख गया। आज जैसे ही जनाब सीएम रघुवर दास, अपने भाजपा समर्थकों के साथ रांची के कांके के साहू टोला में रोड शो करने निकले, वहां बड़ी संख्या में महिलाओं, पुरुषों युवाओं ने उनके खिलाफ नारे लगाये, आक्रोश व्यक्त किया, एक महिला तो मुख्यमंत्री रघुवर दास के सामने ही सड़क छेंक कर खड़ी हो गई और सीएम रघुवर दास को कड़ी डांट पिलाई।

इन लोगों का कहना था कि उनके इलाके में रोड ठीक नहीं हैं, जिसके कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, पर राज्य सरकार, नगर विकास मंत्री तथा भाजपाइयों के कानों में जूं तक नहीं रेंगता, और जब चुनाव का समय आया तो लोग रोड शो, भाषणबाजी पता नहीं, क्याक्या करने के लिए, जनता को सब्जबाग दिखाने के लिए निकल पड़ते हैं।

सभी महिलाएंपुरुष युवा, के जुबान पर एक ही नारा था, रोड नहीं तो वोट नहीं, रोड नहीं तो वोट नहीं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो ये आक्रोश, भाजपा के खिलाफ जनता के मूड को प्रदर्शित कर रहा हैं, साथ ही राज्य सरकार के कामकाज की जनता के बीच में क्या तस्वीर हैं, उसे रेखांकित कर देता है, ये आक्रोश केवल रांची में ही नहीं, बल्कि ये आक्रोश सर्वत्र हैं, पर सरकार को लगता है कि एलइडी पर उनका चेहरा चमका देने से उनका सारा पाप धूल जाता हैं, पर जो स्थितियां हैं, वह स्पष्ट हैं।

कल चतरा में जनता भाजपा सांसद के खिलाफ सड़कों पर थी और आज रांची में, रांची की जनता सीएम रघुवर दास के खिलाफ सड़कों पर हैं, वह भी रोड शो के दौरान। अब मुख्यमंत्री रघुवर दास तथा उनके कनफूंकवें सलाहकार ही बताएं कि उन्होंने साढ़े चार सालों में ऐसा क्या किया, जिसके कारण जनता उन्हें माला पहनाने के बजाय, उनका चेहरा देखना भी अब पसन्द नहीं कर रही। स्थिति तो भाजपा के लिए सही दिख नहीं रही, अगर यहीं हाल रहा तो कही भाजपा रांची सीट लूज कर दें, क्योंकि जहां सीएम रघुवर दास का विरोध हो रहा था, वो तो पूरी तरह से भाजपा बेल्ट माना जाता हैं।