अपनी बात

तो क्या झारखण्ड के CM रघुवर दास के दिन लद गये, क्योंकि युवा तो हर बात में इन्हें लताड़ रहे हैं

राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास के प्रति लोगों को गुस्सा कम नहीं होने जा रहा, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा हैं, युवाओं का गुस्सा भी उसी अनुपात में बढता जा रहा हैं। जरा देखिये आज यानी 14 नवम्बर की बात हैं, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने फेसबुक पेज पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को जमकर लताड़ लगाई हैं, पर ये क्या? यहां तो लोग सीएम रघुवर दास पर ही पिल पड़े, कई लोगों ने तो यहां तक कह दिया “अपने बारे में क्या ख्याल है, सर आपका।”

आखिर झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने क्या लिखा था, पहले इस पर ध्यान दीजिये, “आखिर कब तक राहुल गांधी झूठ के सहारे राजनीति करेंगे? झूठ एक बार बोलो या एक हजार बार, झूठ तो झूठ ही रहता है। सच ये हैं कि झूठ की आड़ में कांग्रेस पार्टी अपने 60 साल के झूठ और फरेब को छिपा रही है। रिव्यू पिटीशन खारिज होने के बाद अब राहुल देश से माफी मांगे।”

लीजिये इतना लिखना था और इन्हीं के फेसबुक पेज पर युवाओं और अन्य झारखण्डियों ने कैसे इनकी क्लास ले ली,जरा इस पर भी ध्यान दीजिये…

सौमिक बनर्जी – अपने बारे में क्या ख्याल है सर आपका?

शशि गौतम – और आप क्या कर रहे, जब देखो हर पोस्ट में पूरे झारखण्ड में बिजली ही पहुंचा रहे और पांच साल भी यीं स्टेटमेंट आयेगा, बिजली मिली।

चंद्रदेव यादव – कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी लीडर झूठ बोल रहे हैं सर।

सावन तिवारी – बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय, समझे आगे लाइन समझ लीजिये।

राहुल कुमार – आप भी तो यूथ को इतना ठगे हैं, पांच लाख रोजगार देकर, यूथ भी तैयार है इस बार, आर या पार।

प्रकाश कुमार – व्हाट अबाउट योर स्टेट्स ऑफ मेनिफेस्टो फ्राम 2014-19? डिड यू अपोलाइज टू द पब्लिक ऑफ झारखण्ड, विच यू कूड नॉट फुलफिल इन योर टेन्योर?

निलय कुमार – एक परीक्षा लिये थे पंचायत सेक्रेटरी का दो साल और हो गया, लेकिन लटका हुआ हैं, देखिये बिहार में कैसे परीक्षा हो रही है, नियमित रुप से।

बब्लू आर्यन यादव – यही बात खुद सोचिये आपने पीछे ही कहा था बिजली 24 घंटे नहीं दे पाउँगा तो वोट मांगने नहीं आउंगा, फिर क्यों मांग रहे हैं वोट?

कुमार चंद्रकांत – आप भी तो झूठ ही बोलते हो।

प्रबीण महतो – मैं तो बस कमेन्ट देखने आया हूं।

अजहर शादाब – अपना कुछ नहीं देखता (सीएम के लिए आपत्तिजनक शब्द), दूसरों के टांग खींचने में लगे हैं।

यानी ऐसे कई कमेंन्टस भरे पड़ें हैं, जो बता रहे हैं कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास से यहां के लोग कितने खफा हैं, सच्चाई यह है कि धीरे-धीरे भाजपा का जो भी बचा-खुचा जनाधार था, मुख्य़मंत्री रघुवर दास उस जनाधार को ले डूब रहे हैं, पर भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं को लग रहा हैं कि उनके मुख्यमंत्री रघुवर दास ही उनका बेड़ा पार करेंगे, पर सच्चाई यह है कि सत्ता की बाजी भाजपा के हाथों से निकल कर महागठबंधन की ओर तेजी से बढ़ रही हैं, और अगर ये बढ़त इसी प्रकार जारी रही, तो अगला मुख्यमंत्री इतना तो यह है कि वह भाजपा से नहीं, बल्कि महागठबंधन से होगा।