अपनी बात

संघ के स्वयंसेवक जान-जोखिम में डालकर केरल के बाढ़पीड़ितों की कर रहे सेवा

केरल के लोग बाढ़ की विभीषिका को झेल रहे हैं, स्थिति बेहद नाजुक है। केन्द्र सरकार ने अपनी ओर से अब तक 600 करोड़ रुपये की मदद की है। विभिन्न राज्यों की राज्य सरकारें भी बड़ी उदारता से केरल के लोगों के लिए करोड़ों रुपये केरल सरकार को प्रेषित किये हैं, वहीं विभिन्न धार्मिंक-सामाजिक संगठनों ने भी केरलवासियों के मदद में अपनी विशेष भूमिका निभाई है, उधर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी अपनी विभिन्न इकाइयों के माध्यम से संघ के स्वयंसेवकों को केरल के बाढ़पीड़ितों की सेवा में लगा दिया है।

बड़ी संख्या में संघ के स्वयंसेवक बाढ़-पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे हैं, जबकि कई खाद्य-सामग्रियों को लेकर बाढ़-पीड़ितों के बीच पहुंच चुके हैं तथा उन तक खाद्य सामग्रियों को पहुंचा रहे हैं। कई संघ के स्वयंसेवक विभिन्न गांवों में सफाई अभियान में लगे हैं, तो कई अस्पताओं में सफाई अभियान चलाकर बाढ़पीड़ितों की मदद कर रहे हैं।

संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किये जा रहे सेवाकार्यों की केरल के सभी इलाकों में प्रशंसा हो रही हैं, संघ से जुड़े सेवा भारती एवं सेवा प्रकल्प के लोगों ने भी हाथ बंटाना शुरु किया हैं, ये लोग संघ से जुड़े/तथा अन्य लोगों द्वारा दिये जा रहे कपड़े, खाद्य-सामग्रियों, दवाएं, जरुरत की चीजों को बाढ़पीड़ितों तक पहुंचा रहे हैं।

खुशी इस बात की है केरल के बाढ़पीड़ितों को बचाने में आमजन, संघ के स्वयंसेवक, सेवा भारती और अनेक धार्मिक-सामाजिक संगठन अपनी जान जोखिम में डालकर बचाव और राहत कार्यों में लगे हैं, जिसकी जितनी प्रशंसा की जाय कम है।

इसी बीच संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भैय्याजी) जोशी ने सभी से अपील की है कि केरल में लोगों पर आफत टूट पड़ी हैं, संकट विकराल रुप धारण कर चुका है, ऐसे में चूंकि साधन सीमित है, ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, धार्मिक-सामाजिक संगठन सहित समस्त राष्ट्रजनों से आह्वान करता है कि संकट की इस घड़ी में हम केरलवासियों के साथ खड़े हो और बाढ़पीड़ितों की बढ़-चढ़कर हर संभव सहायता करें।

इसी बीच संघ से जुड़े अधिकारियों ने विद्रोही 24.कॉम को बताया कि फिलहाल संघ के प्रमुख कार्यों में अभी शीर्ष पर है, केरल के बाढ़पीड़ितों को बचाना और उनकी सेवा करना, हम देश के विभिन्न कोनों में रह रहे सभी भारतीयों से आह्वान कर रहे हैं कि बड़ी उदारता से केरल के बाढ़पीड़ितों की सेवा में अपनी प्रमुख भूमिका निभाएं  तथा संघ के माध्यम से केरल के बाढ़पीड़ितों की हो रही सेवा में मदद को आगे आये।