शादी में 11 से ज्यादा पर पाबंदी और टीकाकरण के उद्घाटन मात्र में बिना सोसल डिस्टेंसिंग के 17,  क्या ऐसे आप कोरोना से लड़ लेंगे?

जब आप लोगों को बोलने का मौका देंगे। विपक्ष को बोलने का मौका देंगे तो वे सवाल दागेगें ही, क्योंकि उनका तो विशेषाधिकार है, आपकी गलतियों पर अंगूली उठाने का, और ये अधिकार झारखण्ड की ही जनता ने उन्हें दिया हैं, क्योंकि जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठाया है, फिर आप कहेंगे कि वे बाल का खाल निकाल रहे हैं, तो यहां तो आप गलत है।

अखबारों/चैनलों का क्या है? वे तो अपना कर्तव्य निभा नहीं रहे, उन्हें तो जैसे ही पता चलता है कि एक पृष्ठ का विज्ञापन आ रहा हैं तो उछल पड़ते हैं, और जिन्हें नहीं मिलता है, वे रुष्ट हो जाते हैं, भगवान से प्रार्थना करते हैं, कि उन पर कब आपकी कृपा होगी, हालांकि आपको रिझाने के लिए कई प्रयास वे करते हैं, आपके लोगों की मनोहारि में लग जाते हैं, पर वे मनोहारि में जूटे पत्रकारों की भी झार लगा देते हैं।

चलिए, ये तो चलता रहता है, चलेगा भी, आज जहां आप हैं, वहां बीते समय में कल कोई और था, आगे कोई और रहेगा। ये शाश्वत सत्य है, और ये मनमानी सलाहकारों की टीम करती रहेगी। ये सारी बातें, विद्रोही24 इसलिए लिख रहा है कि पत्रकार का असली धर्म है, बिना किसी लाग-लपेट के सरकार को सत्य की राह दिखाना, चाहे, उसके लिए उसे कितना भी सरकार का कोपभाजन क्यों न बनना पड़े।

अब जरा आप खुद देखिये। 12 मई 2021 को मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से समाचार निकलती है, जिसमें स्पष्ट लिखा है कि 16 मई से राज्य सरकार ने लॉकडाउन को लेकर और कड़े प्रतिबंध लगा दिये हैं। जिसमें यह भी प्रावधान है कि शादी मात्र कोर्ट या घरों में ही संपन्न किया जायेगा, इसमें अधिकतम 11 व्यक्ति शामिल होंगे और इस अवसर पर किसी प्रकार का आयोजन प्रतिबंधित रहेगा।

तब ऐसे आदेश पर विद्रोही24 का सीधा सवाल सरकार से ही, कि शादी में 11 और आप जो टीकाकरण के उद्घाटन में ही 11 से भी ज्यादा लोगों को लेकर, वह भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए फोटो सेशन में भाग ले रहे हैं, और उसे समाचार में प्रकाशित करने के लिए जारी भी कर रहे हैं, क्या उससे कोरोना नहीं फैलेगा?

शादी में किसी भी प्रकार के आयोजन पर प्रतिबंध और आप जो विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर जो लोगों की भीड़ इकट्ठी कर रहे हैं, क्या उससे कोरोना नहीं फैलेगा? अच्छा तो होता कि आप भी इस प्रकार की बेकार के कार्यक्रमों से दूर रहकर, केवल जनहित में कदम उठाते तो लोगों के बीच आप और महान हो जाते, पर आप कर क्या रहे हैं, शादी में तो लोगों को कह रहे है कि 11 से अधिक नहीं और अपने लिए खुब भीड़ जुटा रहे हैं। आप ही के महानतम लोगों द्वारा संप्रेषित विभिन्न फोटो झूठ नहीं, बल्कि खुलकर असलियत बयां कर रही है।

आप सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर फोटो सेशन करा रहे हैं, एक फोटो में तो 17 लोग दिखाई पड़ रहे हैं और यह काम आपके स्वास्थ्य मंत्री भी कर रहे हैं, क्योंकि आज जो अखबारों में रांची प्रेस क्लब के कोविड अस्पताल की उद्घाटन की फोटो छपी है, उसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी गई हैं, और अफसोस कि वहां ऐसे भी लोग हैं, जो कोरोना से हाल ही में मुक्त हुए हैं, यानी उन्हें अभी भी सावधानी बरतनी हैं, ऐसे में तो कोरोना से हम और आप नहीं लड़ पायेंगे।

जरा आप खुद देखिये न,  आप कितना अच्छा काम कर रहे हैं, कितनी अच्छी बाते कह रहे है कि जो टीकाकरण हो रहा है या होगा, वो जनता के पैसे से ही हो रहा हैं, इसलिए टीकाकरण के लिए राज्य की जनता को अलग से पैसे देने की जरुरत नहीं। अब इसे देख और सुन राज्य की  जनता कितनी खुश है, कि मेरा मुख्यमंत्री मेरी हिफाजत के लिए कितनी अच्छी सोच रखता हैं, लेकिन कुछ-कुछ जगहों पर आप खुद ही ऐसी व्यवस्था को जन्म देते है कि जनता आश्चर्य में पड़ जाती हैं और विपक्ष भी आप पर सवाल उठा देता है।

जरा सोचियेगा कि हमने क्या गलत कहां और क्या सही? आशा ही नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास है कि जिस तरह आप जनता से बेहतर की आशा रख रहे हैं, आप भी उसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तथा विभिन्न प्रकार के दिखावे के आयोजनों से दूर रहेंगे, ताकि लोगों को लगे कि सरकार और जनता में कोई अन्तर नहीं, दोनों की राहें और मंजिलें एक हैं।