अपनी बात

स्वच्छ भारत मिशन को ही प्रभावित करने में लगा है रांची रेल मंडल, पुरुष शौचालय में लगा दिया ताला

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष में हम प्रवेश कर चुके है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस वर्ष को स्वच्छता को समर्पित कर चुके है, पर उन्हीं के मंत्री और उन मंत्रियों के विभाग स्वच्छता को कैसे प्रभावित कर रहे है, उसका सबसे सुंदर उदाहरण है, रांची रेल मंडल का रांची जंक्शन, जिसके प्लेटफार्म नंबर दो पर निर्मित पुरुष शौचालय में हमेशा ताला लटका रहता है, जिसके कारण कई रेलयात्रियों को यत्र-तत्र, मल-मूत्र विसर्जित करते देखा जा सकता है और स्वच्छ भारत मिशन की बराबर धज्जियां उड़ती यहां देखी जा सकती है।

अब सवाल यह है कि जब पुरुष शौचालय में ताला ही लगाये रखना है, तो इसे रांची जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर बनाने की आवश्यकता क्यों पड़ गई? या किसी खास व्यक्ति के लिए यह बनाया गया है, कि वह जब आये और ताला खोले तथा इस शौचालय का सिर्फ अपने लिए उपयोग करें।

विद्रोही 24.कॉम को कई लोगों ने इस संबंध में बताया, खासकर वे जो अपने अतिथियों/मित्रों को लेने या छोड़ने रांची जंक्शन आते रहते हैं, उनका कहना था कि प्लेटफार्म नंबर दो पर बने शौचालय में हमेशा ताला लगा रहता है, जिससे कठिनाइयां तो होती है, साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की भी धज्जियां उड़ती रहती है।

आज रांची जंक्शन के प्लटेफार्म नंबर दो पर जैसे ही, नई दिल्ली से आनेवाली राजधानी एक्सप्रेस रुकी, विद्रोही 24.कॉम ने देखा कि लोगों की शिकायत सही थी, प्लेटफार्म नंबर दो पर बने पुरुष शौचालय में ताला लगा था और लोग इसमें ताले लगे रहने के कारण स्वच्छ भारत मिशन में लगे लोगों, रांची रेल मंडल के अधिकारियों तथा रांची स्टेशन के प्रबंधन में लगे लोगों के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करते रहे।