राजनीति

CM हेमन्त से पूछताछ मामलाः झामुमो का कड़ा संदेश, ED अपनी विश्वसनीयता बनाये रखे, तथ्यपरक रहे, पारदर्शी रहे, नहीं तो जनता का आक्रोश वीभत्स रुप ले सकता है

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रवर्तन निदेशालय पर आरोप लगाया कि वो भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने में लगी है और इसके लिए वो राजनीतिक तौर पर कार्य कर रही है, अगर वो अपनी विश्वसनीयता बनाये रखती है। तथ्यपरक रहती है। पारदर्शी रहती है तो ठीक है। अगर ऐसा नहीं करती तो उसे जनता के आक्रोश का वीभत्स रुप का सामना करना पड़ सकता है। सुप्रियो आज प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को जो भी समन भेजा गया। उन्हें समझ नहीं आता कि ईडी जो नोटिस जारी करती है, उसका मजमून पब्लिक डोमेन में कैसे चला जाता है? और जब वो ऐसा नहीं करती तो ये भ्रम की सूचना कहां से आती है। उन्होंने कहा कि नोटिस सीएम को मिलती है और उसके दुष्परिणाम भी अखबारों में देखने को मिल जाती है, आखिर ये सब क्या है? सुप्रियो ने कहा कि हम मान सकते है कि एक दो व्यक्ति आकलन कर ऐसा लिख सकते हो, लेकिन बार-बार इसकी पुनरावृत्ति क्या बताती है?

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पर कब्जा किया गया। ठीक वहीं फार्मूला लोकसभा चुनाव के पहले यहां लागू किया जा रहा है। जनता सब देख रही है। जनता में आक्रोश है कि सरकार उनके पास आ रही हैं, हम सरकार से अपनी समस्याओं को रख रहे हैं, ऐसे हालत में केन्द्र द्वारा अड़ंगा लगाया जाना कही से ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि पिछले 14 अगस्त को जब देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री अपने यहां स्वतंत्रता दिवस की तैयारी में लगे रहते हैं। आकाशवाणी और दूरदर्शन पर अपने भाषण रिकार्डिंग के लिए जाते हैं। उस दिन ईडी ने सीएम हेमन्त को उपस्थित होने के लिए बुलाया था, क्या केन्द्र में बैठे पीएम ये सब काम स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खुद नहीं करते हैं। उधर 14 अगस्त और अब नया साल शुरु हुआ तो फिर चला ईडी के समन का खेल।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमने ईडी को प्रश्नों की सूची बना कर 20 जनवरी को आने को कहा है कि ताकि उसका जवाब दिया जा सकें। नहीं तो आठ से दस घंटे बैठकर बितायेंगे और इधर आपलोग (संवाददाता) अपने दिमाग से जनता को बताना शुरु करेंगे कि ईडी आठ घंटे-दस घंटे से अंदर बैठा है, सीएम से लगातार पूछताछ चल रही है, जबकि अंदर कुछ और ही चल रहा होगा। भ्रम फैलता चला जायेगा।