राजनीति

झामुमो प्रत्याशी सीमा महतो के नामांकन के समय रांची की सड़कों पर दिखी विपक्षी एकता

सिल्ली विधानसभा सीट के लिए नामांकन को निकली झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की प्रत्याशी सीमा महतो को आज अपार समर्थन मिला। आज पूरा विपक्ष सीमा महतो के नामांकन के समय उसके साथ दिखा। बहुत दिनों के बाद ही कभी-कभी ऐसा दृश्य देखने को मिलता है कि जब सारा विपक्ष किसी मुद्दे पर एक साथ हो। आज सीमा महतो के साथ नामांकन के समय समाहरणालय में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार पांडेय, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के केडी सिंह, भाकपा माले के राज्य सचिव शुभेन्दु सेन समेत सभी विपक्षी दलों के नेता मौजूद दीखे।

आज सबेरे से ही झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास पर मेला सा दृश्य दिखा। सुबह से ही झामुमो कार्यकर्ताओं की भीड़ झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास पर जुटनी शुरु हो गई, तथा वहां से एक रैली के रुप में समाहरणालय तक पहुंची। आज की रैली और उसमें जुटी भीड़ बताने के लिए काफी है कि सिल्ली में चुनाव का परिणाम क्या आयेगा? विभिन्न दलों के जुटे कार्यकर्ताओं का समूह और बड़े नेता के मुख से यहीं निकल रहा था कि चुनाव मात्र औपचारिकता है, सिल्ली की जनता शुरु से ही सीमा महतो के साथ है तथा सभी विपक्षी दलों का मिला समर्थन, इस बात की गारंटी है कि जीत सीमा महतो की ही होगी।

ज्ञातव्य है कि सीमा महतो के पति अमित महतो की विधायकी समाप्त हो जाने के कारण सिल्ली में उपचुनाव हो रहा है। झामुमो ने अमित महतो की पत्नी सीमा महतो को वहां से उतारा है, जिसे सभी विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है। सीमा महतो की यहां सीधी टक्कर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो से है, जिन्हें अमित महतो पिछले चुनाव में भारी अंतर से पराजित किया था। यहां सुदेश महतो को भाजपा ने अपना समर्थन दिया है।

फिलहाल झारखण्ड की सारी जनता की नजर सिल्ली सीट पर है, क्योंकि यह लड़ाई सामान्य नहीं है, एक ओर पति अमित महतो के विधायकी समाप्त कर दिये जाने के बाद सम्मान की लड़ाई लड़ रही सीमा महतो है तो दूसरी ओर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, अब जनता देखना चाहेगी कि इस सीट पर रिजल्ट क्या आता है, कुछ तो रिजल्ट आज ही डिक्लियर कर दिये है, पर फिर भी लोकतंत्र में जब तक परिणाम नहीं आ जाता, हम फिलहाल चुप ही रहेंगे।