धर्म

सेवा के नाम पर बने सहायता केन्द्रों में वैद्यनाथधाम जानेवाले तीर्थयात्रियों के लिए कुछ भी नहीं

रघुवर सरकार और उनका पर्यटन विभाग खुब ढोल पीट रहा है कि वह वैद्यनाथधाम और वासुकिनाथ की यात्रा पर जानेवाले तीर्थयात्रियों की सेवा में जी-जान से लगा है। कल की ही बात है पर्यटन विभाग के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने सूचना भवन में लंबा-चौड़ा भाषण दिया कि वे देवघर और वासुकिनाथ जानेवाले तीर्थयात्रियों के लिए पूरे राज्य में विशेष व्यवस्था की है, पर सच्चाई इससे कोसो दूर है। स्वयं हमने राजधानी रांची में देखा कि सरकार ने बड़े-बड़े बैनरों व होर्डिंगों से राजधानी रांची को तो सजा दिया है और इसके माध्यम से बैनर और होर्डिंग बनानेवाले अपने खास लोगों की गरीबी तो दूर कर दी है, लेकिन जिन्हें सेवा करनी है, उनकी सेवा के लिए बनाये गये कक्ष में न तो पानी की व्यवस्था है, न ही सूचनाओं के आदान-प्रदान के साधन है और न ही प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा। यहां तक की राज्य सरकार ने वैदयानाथधाम और वासुकिनाथ जानेवाले लोगों के लिए, स्वयं देवघर में क्या व्यवस्था की गयी है? क्या उसके धार्मिक और आध्यात्मिक आधार है, उसके जानकारों की भी व्यवस्था नहीं की है। उलटे बंगाल की तरह, यहां भी ऐसे लोगों को सहायता कक्ष में बैठा दिया, जिन्हें वैद्यनाथधाम और देवघर की एबीसीडी तक नहीं मालूम। जरा देखिये ये है, मो. दानिश ये रांची जंक्शन पर सहायता कक्ष में बैठे है, कान में हियरिंग फोन लगा रखा है, और मोबाइल पर मस्ती भरे गाने सुन रहे है, जब मैंने सहायता कक्ष का ये खस्ताहाल क्यों है, पूछा तो जनाब ने क्या कहा, जरा स्वयं सुनिये…

दूसरी ओर रांची जंक्शन से वैद्यनाथधाम और वासुकिनाथ की यात्रा कर रहे लोगों से बातचीत की, कि क्या वे वैद्यनाथधाम और वासुकिनाथ धाम की यात्रा पर जानेवाले लोगों के लिए बनाये गये इस सहायता केन्द्र से संतुष्ट है, तो देखिये इन्होंने क्या कहा..

अजब-गजब स्थिति है, इस रघुवर सरकार की। बोल ऐसे कि पूछिये मत और जमीन पर काम कुछ नहीं, पर इसी सेवा और सहायता केन्द्र पर पर्यटन विभाग और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग कमीशन लेकर, उन लोगों का बिल क्लियर करेगा? जिन्होंने सेवा व सहायता के नाम पर कुछ किया ही नहीं, सावन के दो दिन बीत गये, प्रथम सोमवारी बीत गया, मान कर चलिये, इसी तरह अन्य सोमवारी भी बीत जायेंगे, सावन बीत जायेगा, सेवा और सहायता के नाम पर करोडों लूट लिये जायेंगे और तीर्थयात्री सेवा के नाम पर तरसते रह जायेंगे, क्योंकि ये रघुवर सरकार है… कहने को तो इस सरकार ने ट्विटर और फेसबुक, पता नहीं क्या-क्या खोल रखे है, पर सच्चाई आपके सामने है।