बोकारो में 20 दिसम्बर को कांग्रेसी दिखायेंगे CM रघुवर दास को काला झंडा

गोड्डा कझिया स्थित मुक्तिधाम में कल ब्राह्मणों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा गढ़वा में दिये गये ब्राह्मण विरोधी बयान को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। सीएम रघुवर दास के बाह्मण विरोधी बयान के प्रतिकार में एक श्रदधाजंलि सभा का भी आयोजन किया गया। इन युवाओं का कहना था कि एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति इस प्रकार का बयान कैसे दे सकता है?  यह बेहद ओछी राजनीति है। इन युवाओ का कहना था कि मानसिक संतुलन खो चुके मुख्यमंत्री रघुवर दास को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

रघुवर का समर्थन करनेवाले भाजपा सांसद निशिकांत का भी कड़ा विरोध

इन युवाओँ का कहना है कि आगामी 2019 के विधानसभा चुनाव अथवा लोकसभा चुनाव में अगर भाजपा रघुवर दास के नेतृत्व में चुनाव लड़ती हैं तो सारे ब्राह्मण युवा इनका बहिष्कार करेंगे। सैदापुर के अजय झा का कहना था कि आगामी चुनाव में रघुवर दास के बयान का असर दीखेगा। ब्राह्मण युवाओँ में दीपक आनन्द, सौरभ पंडित, कुणाल पराशर, जतिन भारद्वाज, अंकुल कश्यप, विश्वनाथ पांडेय, छोटू झा, पारस बाबा, सौरभ पराशर, बच्चू झा, अमृत पांडे एवं पीयूष झा प्रमुख रुप से उपस्थित थे। इसी बीच सीएम के बयान का बचाव करनेवाले भाजपा सांसद निशिकांत दूबे की भी कई ब्राह्मण संगठनों और युवा ब्राह्मणों ने कड़ी आलोचना की है, तथा कहा है कि भाजपा सांसद निशिकांत दूबे अगले आनेवाले चुनाव में अपना बोरिया-बिस्तर बांधने के लिए तैयार रहे।

रघुवर के खिलाफ बोकारो में भी आक्रोश कांग्रेस ने किया पुतला दहन

दूसरी ओर बोकारो के नया मोड़, बिरसा मुंडा चौक पर बुद्धिजीवी मंच विचार विभाग और युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस के तत्वावधान में मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन किया गया। साथ ही 20 दिसम्बर को सीएम रघुवर दास के बोकारो आगमन पर विरोधस्वरुप उन्हें काला झंडा भी दिखाया जायेगा। इस मौके पर संगीता तिवारी ने कहा कि कुंठित, ब्राह्मण विरोधी, संवैधानिक पद का हनन करनेवाले झारखण्ड के सीएम रघुवर दास को उसके पद से तत्काल निलंबित कर देना चाहिए।

संगीता तिवारी ने यह भी कहा कि झारखण्ड के मुख्यमंत्री सिंगल पीस है। वे कहां, क्या बोलते है, उन्हें पता ही नहीं। कभी आईएएस, तो कभी आईपीएस, तो कभी किसी समुदाय को अपशब्द कहना इनके लिए आम बात हो गई है। हद तो तब हो गई कि उन्होंने विधानसभा में भी गाली देने से परहेज नहीं की। ऐसा व्यक्ति अगर राज्य का मुख्यमंत्री पद पर विराजमान है, तो यह राज्य के लिए दुर्भाग्य है। इस मौके पर श्वेता सिंह, पीएन तिवारी, विमल कृष्ण चौबै, लाल मोहन लायक, जमील अखतर, प्रमोद कुमार, जय शर्मा, प्रेम कुमार, शाहिद राजा, अनिता सिंह, सिकंदर अंसारी, लक्ष्मी देवी, उमर अली, कुद्दुस, मुजफ्फर नजर, शराफत, मंतोष, मोहन समेत कई गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे।