मंत्री सरयू राय ने भी दिये संकेत जेल जानेवालों में लालू प्रसाद, मधु कोड़ा के बाद रघुवर दास का नंबर

गत चार फरवरी को धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन ने ताल ठोककर कहा था कि आनेवाले समय में मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके मंत्रिमंडल में शामिल कुछ मंत्री निःसंदेह जेल जायेंगे, उन्हें भगवान भी नहीं बचा सकता, कानून की तो बात ही छोड़ दीजिये।

और लीजिये, आज छः फरवरी है, एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें रघुवर कैबिनेट में शामिल खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने एक संवाददाता से बातों ही बातों में एक महत्वपूर्ण संकेत दे दिये कि पूर्व में लालू प्रसाद व मधु कोड़ा को जेल भिजवाने में कमोबेश उनका भी हाथ रहा है, ऐसे में झारखण्ड में इनलोगों की स्थिति देखकर तो वे नहीं चाहते कि कोई तीसरा जेल जाये, उनका इशारा सीधे मुख्यमंत्री रघुवर दास की ओर था।

सरयू राय, शुरु से ही राज्य सरकार के गलत नीतियों व क्रियाकलापों पर अंगूलियां उठाते रहे हैं, उन्होंने कई बार सरकार की गलत नीतियों को कैबिनेट में तथा विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर उठाया, पर राज्य के मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को अनसुना किया, यह सोचकर कि सरयू राय बराबर लिखते व बोलते रहते हैं, इससे क्या फर्क पड़ता है?

हाल ही में मुख्यमंत्री जनसंवाद केन्द्र में चल रही गड़बड़ियों की जांच के बारे में भी उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था, पर मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री जनसंवाद केन्द्र में चल रहे गतिविधियों की न तो जांच कराई और न ही उसका संज्ञान लिया, इसका मतलब था कि मुख्य सचिव तक ने उनके बातों को अनसुनी कर दी, ऐसे एक नहीं अनेक कारण है। इसी प्रकार राजबाला वर्मा प्रकरण में भी उन्होंने सरकार के गलत नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कार्रवाई की मांग की थी, पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनकी बात नहीं सुनी।

इसी बीच सरयू राय समय-समय पर मुख्यमंत्री रघुवर दास के गलत क्रियाकलापों की जानकारी भाजपा के उपर के अधिकारियों को देते रहे, भाजपा के उपर के अधिकारियों ने उनकी बातों को ध्यान से सुना तथा समस्या को समाप्त करने का भरोसा दिलाया, पर स्थिति हाथ से निकलती जा रही है, हो सकता है कि स्थिति और भयावह हो, तथा सरयू राय कड़ा स्टेप ले लें, अगर ऐसा हुआ तो संभव है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास को जेल जाने से कोई रोक नहीं सकता, क्योंकि सरयू राय वर्तमान राजनीति के कोई साधारण खिलाड़ी नहीं, क्योंकि उनके पास अगर किसी बातों को लेकर बर्दाश्त करने की क्षमता हैं तो गलत को सलाखों के पीछे डालने की ताकत भी।

अब क्या सचमुच लालू प्रसाद, मधु कोड़ा के बाद सरयू राय के तीसरे कोपभाजन मुख्यमंत्री रघुवर दास होंगे? या सरयू राय ने केवल चेतावनी भर संकेत दिये हैं, फिर भी सरयू राय के यह बयान राज्य में लोकसभा-विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा के अंदर चल रही कड़ुवाहट को सड़कों पर ला दिया है, अब भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के नेता इस प्रकरण को कैसे सुलझाते हैं? सभी का ध्यान फिलहाल उसी ओर चला गया है।