इस तस्वीर को ध्यान से देखिये और सोचिये, BJP प्रदेश अध्यक्ष बने दीपक के मन में क्या चल रहा होगा?

ये तस्वीर है, झारखण्ड भाजपा के नये-नये प्रदेश अध्यक्ष बने दीपक प्रकाश का। तस्वीर इनके अंदर (मन में) चल रहे उठा-पटक को बहुत खुबसूरती से बयां कर दे रही है। ये सुंदर सी तस्वीर तब मिली, जब रांची की मेयर आशा लकड़ा ने उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने की मुबारकबाद दी, तभी किसी ने क्लिक कर दी और जनाब दीपक प्रकाश की यह सुंदर तस्वीर बहुत लोगों के पास आसानी से पहुंच गई।

इस तस्वीर को देख हमें बहुत पुरानी फिल्म जिसके गाने को देव आनन्द और साधना पर फिल्माया गया था, के गाने की याद आ गई। फिल्म थी – “असली नकली” और गाने के बोल थे – “लाख छुपाओ छुप न सकेगा, राज हो कितना गहरा, दिल की बात बता देता है, असली-नकली चेहरा।”

कुछ ऐसा ही राज जो दीपक प्रकाश के मन में गहरा कर छुपा था, वो इस फोटो के माध्यम से छलक ही आया। राजनीतिक पंडित जो दीपक प्रकाश और भाजपा को जानते हैं, वे यह भी जानते है कि भाजपा इनके नेतृत्व में कितना आगे बढ़ेगी और आगे भाजपा का भविष्य क्या है? भाजपा के लोगों को अब भी यही लग रहा है कि वे दीपक प्रकाश और बाबू लाल मरांडी जैसे लोगों को भाजपा में तरजीह देकर हेमन्त सोरेन की सरकार को हिलाकर रख देंगे।

जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा खुद अंदर से ही इतनी हिल गई है कि पहले उसे खुद अपने ही अंदर कई ऑपरेशन करवाने के लिए एक बेहतर राजनीतिक पंडित के पास जाकर खुद को मजबूत करने के लिए पंचांग दिखाना पड़ेगा, क्योंकि भाजपा में ही इतने गुट अब बनकर तैयार हो गये कि सभी एक दूसरे के टांग खीचने के लिए काम कर रहे हैं। ये अलग बात है कि दिखाने के लिए ये सब बधाई देने और लेने का नाटक इस प्रकार करते है कि जैसे लगता है कि दोनों एक दूसरे के कितने बड़े शुभचिन्तक हैं।

खैर, भाजपा आगे बढ़े या पीछे जाये, उससे हमें क्या मतलब? हां इतना तय है कि दीपक प्रकाश आनेवाले समय में विधायक या सांसद अब अवश्य बन जायेंगे, इसकी पूरी गारंटी है। साथ ही वे अपने रिश्तेदारों को भी बेहतर स्थिति में ले आयेंगे, जैसा कि हर नेता करता है, पर इनके नेतृत्व में भाजपा आगे बढ़ेगी, इस पर हमें शत प्रतिशत संदेह है।

रही बात दिल्ली वालों की, तो उन्हें क्या? वे भी किसी के भी कहने पर नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष थोप देते हैं, और यहां के लोगों को न चाहकर भी मानना पड़ता है, होना तो यह चाहिए था कि भाजपा किसी अनुभवी-समझदार, जिसने विपरीत परिस्थितियों में भी कभी भाजपा के साथ दगा नहीं किया, उसके हाथों भाजपा का बागडोर सौंपती, पर यहां तो भाजपा में भी कांग्रेस शैली का पदार्पण हो चुका है।

इसलिए वह भी दिल्ली से शंख बजाकर, रांची में सत्यनारायण भगवान की जय कहने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को विवश कर रही हैं। अब चूंकि दीपक प्रकाश ने भाजपा अध्यक्ष की बागडोर संभाल ली हैं और जिसकी जानकारी सत्तापक्ष को भी मिल ही चुकी होगी। ऐसे में, हम तो एक बार फिर हेमन्त सोरेन को इसके लिए बधाई देंगे कि भाजपा ने आपके लिए निष्कंटक राज्य देने का फैसला कर लिया हैं।

आप कोई चिन्ता न करें, भाजपा ने स्वीकार कर लिया है कि राज्य में हेमन्त ही हेमन्त होंगे, इसलिए दीपक प्रकाश को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने की खुशी में हम तो हेमन्त सोरेन को ही निष्कंटक राज्य प्राप्त करने के लिए फिर से बधाई देना ज्यादा जरुरी समझेंगे।