मूर्खतापूर्ण सवाल छोड़ भाजपा के PM बताएं कि उनके जीते जी झारखण्ड के किसानों की जमीन किसने लूट ली – JMM

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के लोगों को चाहिए कि वे मूर्खतापूर्ण सवाल झामुमो से पूछने के बजाय, यह बताएं, कि उनके पीएम मोदी के जिंदा रहते झारखण्ड की जमीन किसने लूट ली। आज भी वो दिन झारखण्ड की जनता नहीं भूली है, जब 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान 10 नवम्बर को संथाल परगना में एक रैली को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कही थी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भरी सभा में कहा था कि मेरे जिन्दा रहते कोई माइ का लाल झारखण्ड के एक रत्ती भी जमीन आदिवासियोंमूलवासियों से नहीं छीन सकता, ले नहीं सकता पर आज की क्या स्थिति है, उन्होंने यह भी कहा था कि झारखण्ड में अपार कोयला है, पर कोई इसका संज्ञान नहीं लेता, इसका फायदा झारखण्ड को नहीं मिलता। पर आज क्या स्थिति है? आज झारखण्ड की जमीन आदिवासियोंमूलवासियों से लूटकर अडानी को दे दी गई। आज उस जगह पर अडानी का पावर प्लांट लग रहा है, उस पावर प्लांट को मिलनेवाला कोयला भी झारखण्ड का ही होगा, पर झारखण्ड को उससे बिजली नहीं मिलेगी, सारी बिजली बांगलादेश को चला जायेगा।

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस जमीन की बात मोदी किया करते थे, सत्ता में आते ही उन्हें जमीन प्यारी लगने लगी, आज वो जमीन अडानीअंबानी के कब्जे में हैं। केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की रघुवर सरकार, ये अपने पांच साल और साढ़े चार साल की उपलब्धियां नहीं बताती, ये विपक्षी दलों में खोट ढूंढते फिर रहे हैं, और वह भी मूर्खतापूर्ण सवालों को उठाकर। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत भाजपा के कई नेता हेमन्त सोरेन पर आरोप लगाते है कि हेमन्त बताये कि उनकी कितनी प्रापर्टी है, वे पत्राचार का पता लगातार बदलते क्यों रहते है?

अब सवाल उठता है कि बोकारो में सेल वालों ने उनके पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन को एक आवास आवंटित किया, और हेमन्त बोकारो में रहकर पढ़ा करते थे, तो घर का पता कहां का देंगेरांची में मोराबादी में शिबू सोरेन जी को सरकारी आवास मिला है, और हेमन्त वहीं रहकर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखेंगे, तो पता कहां का देंगे? जब हेमन्त सोरेन नेता प्रतिपक्ष बने और उन्हें सरकारी आवास आवंटित हुआ तो वे पता कहां का देंगे? और सभी जानते है कि हरमू हाउसिंग कालोनी में उन्होंने एक मकान लिया है, उनका वोटर आइडी कार्ड भी वहीं का है, वे मतदान भी वहीं के नजदीक के स्कूल में करने जाते हैं, तो फिर पता कहां का देंगे?

ये भाजपावाले मूर्खतापूर्ण सवाल कहां से उठाकर लेकर आते है, पता ही नहीं चलता। सुप्रियो भट्टाचार्य कहते है कि हेमन्त सोरेन की प्रापर्टी तो पब्लिक डोमेन में हैं, इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट के पास है, चुनाव आयोग के पास भी है, वहां से ये क्यों नहीं पता लगा लेते?सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि ये सरकारी आवासों को भी हेमन्त का बता दे रहे हैं, आश्चर्य की बात है, क्या सरकारी आवास भी किसी की निजी संपत्ति होती है। इन्हें तो जनता के सवालों का जवाब देना चाहिए, कि आपने जलजंगलजमीन की सुरक्षा, महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण, किसानों के जमीनों को लूटने से बचाने के लिए क्या किया? पर ये सारे सवालों को छोड़कर, हेमन्त सोरेन को घेरने में लगे हैं।

ये ऐसा क्यों कर रहे हैं, झामुमो को सब पता है, दरअसल इनकी जमीन खिसक रही है, इनके नेता पीएम मोदी, राहुल से खौफ खा रहे हैं, रघुवर दास, हेमन्त सोरेन से खौफ खा रहे हैं, बगल के पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लालू प्रसाद यादव का खौफ है, और इसी खौफ में ये अनापशनाप बयान दे रहे हैं, जिस पर जनता की खूब नजर है, और जब चुनाव परिणाम आयेगा तो सब की बोलती बंद हो जायेगी।