धर्म

झारखण्डे जगन्नाथः रांची जगन्नाथपुरे निवासिनः नमस्तुभ्यं जगन्नाथः प्रणमामि सुरेश्वरः

झारखण्ड के जगन्नाथपुर में पिछले तीन सौ सालों से भी अधिक वर्षों से विराजमान भगवान जगन्नाथ को कौन नहीं जानता। आज अपने सपरिवार गर्भगृह से निकलकर जनसामान्य को दर्शन के लिए निकल पड़े। जय जगन्नाथ के नारों से पूरा जगन्नाथपुर गुंजायमान हो उठा। क्या छोटा, क्या बड़ा, सभी भगवान जगन्नाथ के रथ को स्पर्श करना चाहते हैं, उन्हें खींचना चाहते हैं, क्योंकि भगवान के रथों को खीचने का सौभाग्य और जीवन को कृतार्थ करने का मौका सभी को बार-बार नहीं मिलता।

खुशी इस बात की भी है, कि हमारे राजनीतिज्ञ भगवान जगन्नाथ के इस महिमा को जानते हैं, वे भगवान जगन्नाथ के विग्रहों का पूजा-अर्चना करने के लिए निकल पड़ें हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास दिखाई पड़े तो नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन भी वहां विद्यमान थे, कांग्रेस पार्टी के सुबोधकांत सहाय तो बिना भगवान जगन्नाथ के दर्शन के रह ही नहीं सकते, क्योंकि इनको मैंने हमेशा से इस कल्याणकारी रथयात्रा में स्वयं को समर्पित होते देखा हैं।

लाखों की भीड़ हैं, सभी के मन में एक ही भाव, भगवान जगन्नाथ सभी का कल्याण करें, सभी को मोक्ष प्रदान करें, सभी का कष्ट हर लें, सभी को मुक्ति प्रदान करें, यहीं मन में भाव हैं, राज्य सरकार द्वारा अच्छी व्यवस्था की गई हैं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने भी अपनी अच्छी सेवा दी है, विभिन्न निजी संस्थाओं ने भी अपने टेंट लगाकर सेवा भाव से खुद को जोड़ा हैं, भगवान जगन्नाथ सभी का कल्याण करें, झारखण्ड में कोई भूख से न मरे, कोई दरिद्र न हो, सभी पर जगन्नाथ की कृपा हो, ईश्वर से यहीं कामना। आइये हम सभी मिलकर बोले – जय जगन्नाथ।

झारखण्डे जगन्नाथ, जगन्नाथपुर में भले विराजो जी।

भले विराजो जी, ठाकुर भले विराजो जी।

झारखण्डे जगन्नाथ, जगन्नाथपुर में भले विराजो जी।