हेमन्त ने भाजपा-आजसू मुक्त झारखण्ड बनाने के लिए शुरु किया भागीरथी प्रयास तेज

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल उम्मीदवार हेमन्त सोरेन ने भाजपा-आजसू को झारखण्ड से उखाड़ फेंकने के लिए अपनी ओर से प्रयास तेज कर दिया हैं। इसकी शुरुआत आज दिल्ली में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हुई। सूत्र बताते है कि राहुल गांधी से वार्ता के दौरान वर्तमान में राज्यसभा चुनाव तथा कालांतराल में होनेवाले लोकसभा और विधानसभा के चुनाव पर भी गंभीरता से चर्चा हुई।

फिलहाल कांग्रेस और झामुमो दोनों इस मुद्दे पर एक हैं कि कैसे झारखण्ड से भाजपा-आजसू गठबंधन सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया जाय? अगर सब कुछ ठीक रहा तो झामुमो और कांग्रेस का गठबंधन जल्द ही नये शक्ल में दिखाई पड़ेगा। सूत्र बताते है कि झारखण्ड में भाजपा-आजसू को उखाड़ फेंकने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी हेमन्त सोरेन को अपना आशीर्वाद प्रदान कर दिया हैं। अगर राजद, कांग्रेस तथा झामुमो का गठबंधन हो गया तो समझ लीजिये भाजपा और आजसू के उम्मीदवारों की जमानत जब्त होना सुनिश्चित हैं, क्योंकि ऐसे भी रघुवर सरकार के क्रियाकलापों से झारखण्ड की जनता नाराज हैं, और वह सीएम के रुप में रघुवर दास को देखना पसंद नहीं करती।

दूसरी ओर भाजपा में भी एक गुट ऐसा है जो रघुवर दास से बहुत ही नाराज चल रहा हैं, पर फिलहाल वेट एंड वाच की पॉलिसी पर काम कर रहा हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं का तो कहना है कि वे आनेवाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जीताने का भरसक प्रयास करेंगे, पर विधानसभा चुनाव में रघुवर दास को सीएम बनाने के लिए काम नहीं करेंगे, क्योंकि सीएम रघुवर का व्यवहार कार्यकर्ताओं के प्रति कभी बेहतर नहीं रहा।

इधर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं, भाजपा सरकार की गिरती लोकप्रियता, उनके कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी तथा रघुवर सरकार द्वारा जनहित में नहीं हो रहे काम ने उनके हौसलों को बुलंद किया हैं, तथा जनता में उनकी अच्छी पैठ भी बन रही हैं, अगर यहीं स्थिति रही तो झामुमो को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि कांग्रेस और राजद से उसका होनेवाला गठबंधन, झामुमो के लिए च्यवनप्राश और मकरध्वज का काम कर रहा हैं।

हेमन्त सोरेन के धीरे-धीरे बढ़ते कदम तथा झारखण्ड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार द्वारा लिए गये महत्वपूर्ण निर्णयों से स्पष्ट है कि झारखण्ड की जनता को जल्द ही यहां भाजपा-आजसू का बेहतर विकल्प मिलने जा रहा हैं, जिसकी झारखण्ड में पहले से डिमांड थी, आज दिल्ली से जारी राहुल गांधी, हेमन्त सोरन तथा अजय कुमार की संयुक्त तस्वीर ने आनेवाले चुनावी गठबंधन की नींव रख दी हैं, यानी भाजपा-आजसू सरकार के लिए खतरे की घंटी बजनी शुरु।