क्या ये सही है कि झारखण्ड के आधे दर्जन से ज्यादा IAS/IPS प्रेम और अमित को अपना गॉड फादर मानते थे, ED का क़ैदी पंकज रिम्स से सरकार चलाता था?

झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पर कड़ी टिप्पणी की है। अपने ट्विट में बाबू लाल मरांडी ने उन्हें दलाल, बिचौलिया ही नहीं, बल्कि उन्हें लुटेरों का चपरासी तक कह डाला। ये टिव्ट उन्होंने आज ही प्रातःकाल में किया है। जो चर्चा का विषय बन गया। बाबूलाल मरांडी ने अपने टिव्ट के माध्यम से यह भी कहा कि सत्ता संभालने के तुरन्त बाद रांची में प्रेम प्रकाश के कहने पर छवि रंजन जैसे लोगों को उपायुक्त नहीं बनाते तो ये दिन देखने नहीं पड़ते। पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी का टिव्ट का अवलोकन करिये।

ये हैं प्रथम टिव्ट –

“मुख्यमंत्री हेमंत जी, याददाश्त ठीक कर याद करिये। झारखंड की सत्ता संभालते ही राजधानी रांची जैसे महत्वपूर्ण ज़िले के लिये दलाल प्रेम प्रकाश की पसंद छवि रंजन जैसे दाग़दार, चार्जशीटेड और ज़मानत प्राप्त अफ़सर को डीसी बनाकर ज़मीन नहीं लूटवाया होता तो ये दिन आपको नहीं देखने पड़ते। पता करिये छवि अकेले नहीं हैं। क़रीब आधे दर्जन से भी ज़्यादा आईएएस/आईपीएस दलाल प्रेम और अमित को झारखंड का गॉड फादर मानते थे, इन दलालों के इशारे पर काम करते थे।

ऐसे अफ़सरों के दिन की शुरुआत ही प्रेम दलाल की जी हुज़ूरी करने के साथ होती थी। शुक्र मनाईये कि ईडी की पूछताछ में प्रेम दलाल को नहीं पहचानने की नौटंकी करने वाला आईएएस छवि रंजन ने ये नहीं कह दिया कि वो तो किसी हेमंत सोरेन नाम के प्राणी को भी नहीं जानता। ऐसे कुछ अफ़सरों की नज़रों में आप से ज़्यादा दलालों की अहमियत थी, क्योंकि ज़्यादा से ज़्यादा पैसे कमाने के चक्कर में आपने सत्ता चलाने का ज़िम्मा इन दलालों, बेईमानों के हवाले कर दिया।

सबके चेहरे सामने आयेंगे। थोड़ा और इंतज़ार करिये। संतोष बस इस बात से है कि जिन कुछ चोर, बेईमान, लुटेरों को आप कुछ नहीं करते वे सभी ‘प्रेम के लूट जाल’ में फँस कर बारी-बारी से जेल जा रहे हैं और आगे भी न जाने कितने जायेंगे। इससे जो कचड़ा साफ़ हो रहा है उससे झारखंड का कुछ तो भला हो ही जायेगा।”

और ये हैं दूसरा टिव्ट –

“ईडी का क़ैदी पंकज मिश्रा रिम्स अस्पताल से सरकार चलाता था। उससे मिलने के लिये ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से पुलिस-प्रशासन के अफ़सर रात के अंधेरे में वहां लाईन लगाते थे। मुख्यमंत्री लूट मंडली में नवरत्न समान ईडी के दूसरा क़ैदी सुपर दलाल प्रेम प्रकाश और तीसरा ईडी क़ैदी आईएएस छवि रंजन आपस में मिलने के लिये जेल मैनुअल की ऐसी-तैसी करवा देता है और बेचारा हमारा होनहार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ये सब पता ही नहीं रहता।

ये सब जानकर भी वो कुछ नहीं कर पाता, टुकूर-टुकूर देखता रहता है। समझ में नहीं आ रहा कि ये झारखंड का मुख्यमंत्री है या दलाल, बिचौलिया, लुटेरों का चपरासी। बेशुमार धन लालच के चलते सोरेन परिवार को आगे न जाने और कितने बुरे दिन देखने होंगे?”

One thought on “क्या ये सही है कि झारखण्ड के आधे दर्जन से ज्यादा IAS/IPS प्रेम और अमित को अपना गॉड फादर मानते थे, ED का क़ैदी पंकज रिम्स से सरकार चलाता था?

  • May 16, 2023 at 11:18 am
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    मीडिया रिपोर्ट के आधार पर मरांडी जी द्वारा लगाए गए आरोपों में सत्यता प्रतीत होती है। इन गंभीर आरोपों की उच्च स्तरीय जाँच अपेक्षित है ।

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