अपनी बात

भाजपा विधायक ढुलू महतो के खिलाफ इंडस्ट्रीज एवं कामर्स एसोसिएशन भी मैदान में

इंड्स्ट्रीज एंड कामर्स एसोसिएशन इन दिनों बाघमारा के लोडिंग प्वांइटों से कोयला उठाने के लिए मांगी जा रही रंगदारी से बेहद दुखी है। लिंकेज होल्डर हो या ई-आक्शन इन सभी जगहों पर बिना रंगदारी टैक्स दिये कोई भी कोयला व्यापारी यहां से कोयला उठाव नहीं कर सकता। पूर्व में लोडिंग मजदूरों के नाम पर लिंकेज होल्डरों से प्रतिदिन 400 रुपये की वसूली होती थी, इसके बाद यह रेट 650 रुपये हो गया और अब तो रंगदारों के सिंडिकेट ने 1250 रुपये रेट तय कर दी है।

लगातार रंगदारी में हो रही वृद्धि से इंडस्ट्रीज एंड कामर्श एसोसिएशन ने साफ कह दिया है कि अब चाहे जो हो, वे रंगदारी नहीं देंगे। ऐसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने तो इस रंगदारी कांड में बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो को ही कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। बीएन सिंह के इस ताजातरीन बयान से पूरे कोयलांचल में बवाल उठ खड़ा हुआ है।

करीब-करीब सारे विपक्षी दलों एवं विभिन्न समाजसेवियों ने बीएन सिंह के इस फैसले का स्वागत किया तथा उनके पक्ष में मोर्चाबंदी कर दी, इधर बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो का कहना है कि चूंकि वह मजदूरों के लिए लड़ते है तो उन्हें रंगदार करार दिया जाता है, पर सच्चाई यही है कि पूरे कोयलांचल में, खासकर बाघमारा में रंगदारों की वजह से कोयला व्यापारियों के हालत पस्त है।

रंगदारों की चलती इतनी है कि उसके इजाजत के बिना इन इलाकों में एक पत्ता तक नहीं हिलता। हाल ही में जिप सदस्य सुभाष राय के भाई जगदीश राय की कोयला लोडिंग आकाशकिनारी में होना था, पर रंगदारों ने कोयला लोंडिंग होने नहीं दी। अंगारपथरा में विहिप नेता विक्की सिंह के भाई शेर बहादुर सिंह को भी रंगदारों की रंगदारी झेलनी पड़ी, जब रंगदारों ने लोडिंग मजदुरों की मदद से, कोयला लोडिंग नहीं होने दी। अब चूंकि पानी हद से गुजर गया है, इंडस्ट्रीज एंड कामर्स एसोसिएशन ने इन रंगदारों और ढुलू महतो के खिलाफ संघर्ष का ऐलान कर दिया है।

इधर जिप सदस्य सह आजसू के जिला सचिव सुभाष राय की माने तो बाघमारा कोयलाचंल में ऐसी स्थिति हो गई है कि आज इंडस्ट्रीज एंड कामर्स एसोसिएशन को इस लड़ाई में आगे आना पड़ा है, जबकि यहां सभी जानते है कि बरोरा, ब्लॉक-टू, गोविंदपुर, कतरास क्षेत्र की कोलियरियों में विधायक ढुलू महतो के आतंक का राज चलता है।

मार्क्सवादी समन्वयस समिति के केन्द्रीय महासचिव हलधर महतो तो साफ कहते है कि बीएन सिंह ने जो आरोप लगाये है, वे गलत नहीं बल्कि सच्चाई है। मजदूरों की आड़ में, उन्हें बरगलाकर यहां का विधायक ढुलू महतो रंगदारी की वसूली कर रहा है, और इसे इस राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का संरक्षण भी प्राप्त है, यहीं कारण है कि ढुलू के खिलाफ कार्रवाई तक नहीं होती।

कांग्रेस के प्रदेश सचिव रणविजय सिंह कहते है कि कोयलांचल के उद्यमियों को डराना-धमकाना और फिर उनसे रंगदारी वसूल कर धनकूबेर बनना, ढुलू महतो का एकमात्र कार्य बन चुका है, यहीं कारण है कि फिलहाल ढुलू महतो इन सभी हरकतों से खुद मालामाल हो चुके है, उन्होंने कहा कि इन्हीं के इशारे पर प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ ट्रक कोयला की चोरी भी हो रही है।

पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो की बात करे तो ये साफ कहते है कि विधायक ढुलू महतो के नेतृत्व में खूलेआम गुंडागर्दी और रंगदारी वसूली के कारण बीसीसीएल की स्थिति दयनीय हो चुकी है, उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक ने अपने वेतनभोगी छुटभैये नेताओं से पलटवार कराया है, अगर विधायक  सचमुच मजदूरों का हितैषी है तो वह क्यों नहीं मजदूरों को सीधा पेमेंट बैंक खाते में करवाता, वह अपने घर में क्यों भुगतान कराता है।

वरिष्ठ समाजसेवी एवं बियाडा के पूर्व चैयरमैन विजय झा बताते है कि मजदूरों के नाम पर ली जानेवाली रंगदारी पर अपनी राजनीति चमकानेवाले विधायक ढुलू महतो की माफियागिरी जगजाहिर है, विधायक अपनी दबंगता से अपनी रंगदारी को जमीन पर उतारकर वह सारी हरकतें कर रहा है, जिससे आजिज होकर आज इंडस्ट्रीज एवं कामर्स एसोसिएशन को इसके रंगदारी के खिलाफ आगे आना पड़ा।

सामाजिक कार्यकर्ता अनिल पांडेय के शब्दों में, कोयला लदाई के नाम पर मनमाने तरीके से रुपये की मांग असंगठित श्रमिकों के नेताओं द्वारा की जाती है, जिसे सत्ता से जुड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त रहता है, बाघमारा के कई क्षेत्रों में भाजपा विधायक ढुलू महतो का नाम आया है, एक बात तो प्रधानमंत्री कार्यालय से भी ढुलू महतो के खिलाफ जांच हुई थी, अगर ये सब इसी प्रकार चलता रहा तो औद्योगिक विकास को जोरदार आघात लगने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।