अपनी बात

दारोगा का वर्दी फाड़ वारंटी को छुड़ाने के मामले में CM का चहेता दबंग विधायक ढुलू पर फैसला 9 को

धनबाद में अपने कुकृत्यों के लिए मशहुर, 28 अपराधिक मामलों का आरोपी, जिसके कुकृत्य से घबराकर हाल ही में एक मुस्लिम परिवार ने डीसी कार्यालय में जाकर आत्मदाह करने की कोशिश की, उस सीएम रघुवर के चहेते दबंग विधायक ढुलू पर एक मामले में आगामी 9 अक्टूबर को धनबाद की अदालत का फैसला आनेवाला है।

बताया जाता है यह मामला दारोगा की वर्दी फाड़कर वारंटी को छुड़ाने के मामले से जुड़ा है और बाघमारा का यह भाजपा विधायक इस मामले में मुख्य आरोपी है। फिलहाल 9 अक्टूबर को क्या फैसला आयेगा, इसको लेकर पूरे धनबाद के लोगों में बेचैनी है, और यह बेचैनी भाजपा विधायक ढुलू महतो को ज्यादा हो गई हैं, उसे लग रहा है कि कहीं 9 अक्टूबर के फैसले से उसका राजनीतिक भविष्य सदा के लिए चौपट हो जाय।

इसी बेचैनी के कारण उसने कल यानी एक अक्टूबर को अपने विरोधियों के खिलाफ प्रेस कांफ्रेस कर खूब अनापशनाप बका, और जैसे ही इनके विरोधियों को उसके अनापशनाप बकने की खबर मिली, इसके चुनौती को स्वीकार करते हुए इनके जुल्मों के खिलाफ लड़ रहे विरोधियों ने एकस्वर से कहा कि वे ढुलू के आगे कभी नहीं झूंकेंगे। चाहे ढुलू ढुलू के इशारे पर उसके लोग कितना भी केस क्यों उन पर ठोक दें।

सुप्रसिद्ध समाजसेवी विजय झा ने ढुलू महतो के अपराधिक इतिहास की पट्टी खोलते हुए कहा कि पूरा धनबाद उसके अपराध से त्रस्त है। उन्होंने कहा ढुलू को बताना चाहिए कि मात्र दस साल के ही विधायकी कार्यकाल में वह अरबपति कैसे बन गया, आखिर भाजपा के अन्य विधायक उसके जैसे अरबपति क्यों नहीं बन गये? भाजपा में ही कड़िया मुंडा तो सर्वाधिक समय तक सांसद रहे, वे क्यों नहीं अरबपति बन गये? ढुलू को बताना चाहिए।

विजय झा ने कहा कि उसके आतंक और रंगदारी के खिलाफ वे झूकनेवाले नहीं, रही बात बाघमारा से चुनाव लड़ने की, तो उनके पास हर चुनाव के समय विभिन्न राजनीतिक दलों ने सम्पर्क साधा और चुनाव लड़ने को कहा और उन्होंने बड़ी ही विनम्रता से इसे यह कहकर ठुकरा दिया कि उन्हें इस प्रकार की राजनीति में दिलचस्पी नहीं।

उन्होंने कहा कि फिलहाल जिस भाजपा के झंडे तले ढुलू राजनीति कर रहा हैं, उस भाजपा को भी उन्होंने कई वर्षों तक सींचा है, शायद वह भूल रहा है। उन्होंने कहा कि ढुलू का उनके खिलाफ अनापशनाप बयान, बता रहा है कि वह विचलित हो चुका है और मानसिक रुप से दिवालिया हो चुका हैं, अब उसके पास झूठे मुकदमे करवाना, किसी को भी किसी प्रकार से फंसा देना, यहीं उसका मूल चरित्र हो गया हैं, वह सोच रहा है कि विजय झा को वो प्रभावित कर देगा, तो यह उसकी सबसे बड़ी भूल हैं। 

आज भी विजय झा के पास कोई भी व्यक्ति मदद मांगने आयेगा, वे मदद करने को तैयार है, चाहे उसके लिए उन्हें कितने भी झूठे केस क्यों झेलने पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि ढूलू सब को प्रभावित कर सकता हैं, भारत के संविधान और कानून को प्रभावित नहीं कर सकता, कानून के हाथ इतने लंबे हैं कि वह बच नहीं सकता, चाहे उसे सत्ता का संरक्षण ही क्यों मिल रहा हो।

लोग बताते है कि ढुलू पर 2013 में वारंटी राजेश गुप्ता को पुलिस हिरासत से छुड़ाने, तथा पुलिस अधिकारियों के साथ मारपीट करनेगालीगलौज करने तथा बरोरा थाना प्रभारी आर एन चौधरी की वर्दी फाड़कर सरकारी कामकाज में बाधा डालने का आरोप है, इस संबंध में कतरास थाना में प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी। सूत्र बताते है कि इस मामले में सुनवाई पुरी हो गई हैं और अदालत ने 9 अक्टूबर को फैसला सुनाने का दिन सुनिश्चित किया है। लोग बताते है कि इस मामले में पूर्व में ढुलू महतो 9 माह तक जेल भी काट चुका है।