मैं नई भाजपा हूं, दलबदलूओं, मौकापरस्त, सिद्धान्तविहीन राजनीतिज्ञों का यहां स्वागत हैं, हमारे निष्ठावान कार्यकर्ता आपको सफलता दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है

क्या आप दलबदलू हैं? मौकापरस्त हैं? सिद्धान्तविहीन राजनीति में विश्वास रखते हैं? ब्राह्मणविरोधी राजनीति को सही में अंजाम देना चाहते हैं? तो किधर घुम रहे हैं? कहां और क्यों समय नष्ट कर रहे हैं? भाजपा के शीर्षस्थ नेता व पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता आपको अपने कंधे पर रखकर संसद व विधानसभा में आपको पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अगर आपको विश्वास नहीं हैं तो हमारे पास कई उदाहरण है। जरा देखिये, कल के झाविमो नेता जैसे ढुलू महतो को हमने बाघमारा से चुनाव लड़ाया, आज वे शान से निर्विघ्नता पूर्वक विधायक बने हुए हैं, उन पर यौन शोषण से लेकर कई गंभीर आरोप लगाये गये, फिर भी हमारी पार्टी ने उन्हें किसी भी प्रकार से कष्ट नहीं पहुंचाया, बल्कि दिलोजान से उनकी मदद करते रहे।

अब तो ऐसा हो गया है कि पूरी झाविमो ही हमारे गोद में समा गई है, और हमने उस पार्टी में शामिल कई लोगों को चुनाव में खड़ा किया, वे चुनाव जीते और आज बम-बम हैं। भानुप्रताप शाही हो या शशिभूषण मेहता (शशिभूषण मेहता जानते हैं न, जिन पर सुचित्रा मिश्रा हत्याकांड की छीटें भी पड़े थे) ऐसे महान विभूतियों को भी हमने शरण दी है।

अन्नपूर्णा देवी जैसी राजद की टॉप लीडर को हमने अपने यहां स्थान दिया, कोडरमा से सांसद बनाया, जबकि वहां से अपने लोग चुनाव लड़ने के लिए तैयार थे। इसलिए मैं सभी से हाथ जोड़कर कहता हूं कि मैं नई भाजपा हूं। पं. दीन दयाल उपाध्याय व डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का तो तो केवल नाम लेता हूं, अब मैं आपके ही जैसे लोगों के रंग में रंग चुका हूं। मुझे भी वहीं लत लग चुकी हैं, जो आपको हैं, इसलिए सेवा का मौका दीजिये।

इस बार भी हमने एक आजसू से आये एक नेता गंगा को एक ही दिन में पार्टी में शामिल भी कर लिया और उसे मधुपुर से टिकट भी देने जा रहा हूं, कृपया हमारा मनोबल बढ़ाएं। भाजपा को सशक्त करें। क्योंकि हमारा मानना है कि भाजपा में जो पूर्व में जितने भी निष्ठावान कार्यकर्ता हैं, या अच्छे लोग हैं, वे सब नाकाबिल हो गये हैं, अब आप ही दलबदलूओं/मौकापरस्तों में हमें देश व समाज दिखाई पड़ रहा हैं।

आप देखिये न, हमने तो ब्राह्मणों को भी ठिकाने लगाना शुरु कर दिया है, याद ही होगा निरसा से हमारे पार्टी के प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्र चुनाव लड़ना चाहते थे, हमारे नेता रघुवर दास ने उन्हें ठिकाने लगा दिया और कभी फारवर्ड ब्लॉक की नेता रही अपर्णा सेन गुप्ता को चुनाव लड़ाकर जीता दिया।

अभी टटका-टटका हमने निर्णय लिया है कि मधुपुर से गंगा को चुनाव लड़ाने का। गंगा को जानते हैं न, वहीं आजसू वाले जो पिछली बार तीसरे स्थान पर रहे थे, हमने अपने दूसरे स्थान पर रहनेवाले राज पालिवाल (ब्राह्मण जाति के एक व्यक्ति) को ठिकाने लगाकर उन्हें टिकट देने का फैसला कर लिया, इसलिए ये जो नई भाजपा हैं, उस पर ध्यान दें और भारत तथा अपने राज्य का चहुमुंखी विकास करें और हमारे साथ बोले – दलबदलु जिन्दाबाद, मौकापरस्त जिन्दाबाद, ब्राह्मण विरोध जिन्दाबाद, अड़बड़-गड़बड़ जिन्दाबाद।