यहां न ‘मोदी’ की चलती है और न ‘रघुवर’ की, यहां तो सिर्फ ‘ढुल्लू’ की चलती है

धनबाद का बाघमारा इलाका। यहां के विधायक है ढुल्लू महतो, जो भाजपा विधायक है, पूर्व में इनकी राजनीतिक शुरुआत झारखण्ड विकास मोर्चा से हुई, जब इन्होंने इसी इलाके से जदयू के प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो को पराजित किया। अब वे भाजपाई बन गये है, फिर क्या? मजाल है कि कोई पुलिस अधिकारी या केन्द्र या राज्य सरकार का उच्चाधिकारी, इनके खिलाफ चूं बोल दें, अगर किसी ने बोलने की कोशिश की तो फिर उनकी सेना कब काम आयेगी।

शायद यहीं कारण है कि आज एक बार फिर ढुल्लू समर्थकों ने आकाशकिनारी में जमकर बवाल काटा, गोलीबारी की, बमबाजी की, साथ ही साथ कई ट्रकों में जमकर तोड़-फोड़ की। आश्चर्य यह भी है कि जब वे बवाल काट रहे थे, तब पता नहीं पुलिस वहां मौजूद रहने के बावजूद कौन सा धर्म का निर्वहण कर रही थी? ढुल्लू समर्थकों ने न्यूज कवरेज करने गये पत्रकारों को भी नहीं बख्शा, उनकी भी जमकर धुलाई की।

सूत्र बताते है कि जब ढुल्लू समर्थक उत्पात मचा रहे थे, तब वहां कतरास थाना की पुलिस और सीआईएसएफ के जवान घटनास्थल पर मौजूद थे, पर किसी ने बवाल काट रहे ढुल्लू समर्थकों को रोकने की कोशिश नहीं की। लोग बताते है कि आज सुभाष राय के भाई जगदीश राय को कोयला उठाव करना था। जगदीश राय 18 अप्रैल को 100 टन कोयला उठाव के लिए डीओ भरा था, जब वह 18 अप्रैल को कोयला उठाव करने गया तब उसका लिंक फेल करवा दिया गया, जिससे वह उस दिन कोयला उठाव नहीं कर सका, पर जैसे ही आज वह अपने वाहन के साथ कोयला उठाव करने पहुंचा, ढुल्लू समर्थकों ने उसके साथ मारपीट और तोड़फोड़ करना प्रारंभ कर दिया।

इधर झामुमो नेता अजमल भाई ने बरोरा थाना में शिकायत दर्ज कराया कि उसके साथ बरोरा थाना के बेहराकूदर के पास जानलेवा हमला किया गया। हालांकि आज की इस घटना के बाद जैसा की प्रायः होता है, वहां प्रशासन की ओर से धारा 144 लगा दिया गया है, और इसके साथ ही पुलिस ने अपने काम की इतिश्री कर ली।