बाल कोना

अभिनन्दन विवेकानन्द विद्या मंदिर के बच्चों का, जिनकी पाइप बैंड ने झारखण्ड के राजभवन, विधानसभा, न्यायालय परिसर में चार चांद लगा दिये, जिसके बैंड को समझने के लिए CM हेमन्त सोरेन भी खुद को रोक नहीं सकें

अभिनन्दन करिये, विवेकानन्द विद्या मंदिर में पढ़ाई कर रहे होनहार बच्चों का, जिनके पाइप बैंड ने पूरे झारखण्ड में धूम मचा रखी है, जिनके बैंड के बिना न तो राजभवन, न तो विधानसभा और न ही न्यायालय शोभा पाता है। हाल ही में जब झारखण्ड विधानसभा अपना स्थापना दिवस मना रहा था, तब इसके बैंड से प्रभावित हुए बिना राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी नहीं रह सके। वे उन बच्चों के पास पहुंचे और उनके बैंड तथा उनके क्रियाकलापों के बारे में उनसे खुलकर चर्चा की। यह नीचे दिया गया वीडियो उसका प्रमाण है।

विवेकानन्द विद्या मंदिर के पाइप बैंड के प्रशंसकों में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व झारखण्ड विधानसभा के स्पीकर भी शामिल है। समय-समय पर राजभवन, हाईकोर्ट परिसर व विधानसभा परिसर में इनके द्वारा दी गई प्रस्तुति ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है। यही कारण है कि जब भी कोई कार्यक्रम राजभवन, विधानसभा या होईकोर्ट में होता है तो इन्हें निमंत्रित करना अब यहां के अधिकारी नहीं भूलते।

आश्चर्य इस बात की है कि इस पाइप बैंड के स्वरुप में आये मात्र सात साल ही हुए हैं और इन सात सालों में इतनी बड़ी उपलब्धि अभी तक किसी स्कूल के छात्रों या बैंड को नहीं मिली है। जबकि रांची में खुद को बेहतर माननेवाले व घमंड में चूर रहनेवाले विद्यालयों की संख्या कम नहीं है। 

लेकिन विवेकानन्द विद्या मंदिर की तो बात ही कुछ और है और इसके लिए यहां के सचिव जिनको हटाने के लिए दुश्चक्र वर्षों से चल रहा है, कई केस भी इन पर थोप दिये गये हैं, उसके बावजूद भी विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ बनाने में लगे अभय कुमार मिश्रा की मुक्तकंठ से प्रशंसा करनी ही होगी। जरा देखिये, इनके देखरेख में इस विद्यालय ने पाइप बैंड को कहां से कहां तक पहुंचा दिया।

विवेकानन्द विद्या मंदिर के सचिव अभय कुमार मिश्रा से जब विद्रोही24 ने बातचीत की, तब उन्होंने कहा कि जब उनके हाथ में विद्यालय आया था, तब विद्यालय की हालत पस्त थी, पर आज उन्हें इस बात का गर्व है कि आज यह विद्यालय रांची का सिरमौर बन चुका है। यहां वे बच्चे पढ़ते हैं, जिन पर किसी का ध्यान नहीं और उन्हीं बच्चों को आगे लेकर यह विद्यालय प्रगति के शिखर पर पहुंच रहा है।

वे बताते हैं कि विवेकानंद विद्या मंदिर के बैंड की स्थापना सन 2016 में विद्यालय के प्रशिक्षक अंकित बर्मन द्वारा उनके मार्गदर्शन में हुई। जिसकी उपलब्धियां इस प्रकार है …

  • सन् 2017 में यह बैंड पाइप बैंड कैटेगरी में रांची के सभी स्कूलों में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
  • सन् 2019 में यह बैंड राज भवन, झारखंड द्वारा बीटिंग द रिट्रीट समारोह में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए चुना गया। अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू (बाद में भारत के राष्ट्रपति) द्वारा इसे पुरस्कृत भी किया गया।
  • यह झारखंड का एकमात्र बैंड है जो सैन्य बैंड के साथ मिलकर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति झारखंड राज भवन के मनोरम परिसर मे सन 2019 से लेकर अब तक दी।
  • यह बैंड झारखंड पुलिस के भी कई कार्यक्रम में हिस्सा लेकर विद्यालय और झारखंड पुलिस का नाम रोशन किया।
  • विवेकानंद विद्या मंदिर के बैंड प्रशिक्षक अंकित बर्मन के निर्देशन में झारखंड उच्च न्यायालय के एक कार्यक्रम तथा झारखंड विधानसभा की 23वीं वर्षगांठ में बेहतरीन प्रदर्शन कर इस बैंड ने सभी को मंत्र मुग्ध किया।