अपनी बात

CM रघुवर ने सोनिया गांधी के लिए आपत्तिजनक शब्द का किया प्रयोग, वहीं सारे विपक्षियों को चोर बताते हुए इनकी तुलना सियार और गीदड़ से कर दी

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज सारी मर्यादाएं तोड़ दी हैं, आज वे गुमला में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उनके भाषण से लग रहा था कि वे अपने आप में नहीं हैं, उन्होंने भाषण देने के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 56 इंच का बता दिया, जबकि आम तौर पर 56 इंच का प्रयोग, पीएम मोदी के सीने से तुलना के क्रम में की जाती हैं। यानी उनका भाषण अगर आप सुनें तो साफ लगता है कि वे आपा खो चुके हैं, आम तौर पर भाषण में शालीनता का महत्वपूर्ण स्थान होता है, पर इनके भाषण में कही शालीनता देखने को नहीं मिली।

उन्होंने भाषण देने के क्रम में कहा सोनिया परिवार …(आपत्तिजनक शब्द) जागीर समझता है भारत को, क्या ये भारत गांधी परिवार का जागीर है? वहीं महागठबंधन के लोगों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, आरजेडी और जेएमएम के लोग चोर हैं। यहीं नहीं अपने पीएम मोदी की तुलना तो शेर से कर दी पर अन्य विपक्षियों की तुलना सियार और गीदड़ से कर दी। साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि ये चंद सियार और गीदड़ कभी शेर की मुकाबला नहीं कर सकते।

आश्चर्य है कि कल ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक जनसभा में खुद को चोर कहे जाने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की थी, तथा ये भी कहने से नहीं चूंके कि पिछड़ा होने की वजह से कांग्रेस ने उन्हें अपशब्द कहा, अब चूंकि उनके ही लाडले मुख्यमंत्री अपने विरोधियों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, तो इस पर प्रधानमंत्री क्या कहेंगे? या उनके लोगों को किसी को भी गाली देने की छूट मिल गई हैं।

मैं तो कहूंगा कि चुनाव आयोग को चाहिए कि गुमला में मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा दिये गये भाषण के विडियो की जांच करायें, पता चल जायेगा कि मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी के परिवार के लिए कितनी बार आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया। हम आपको बता दें यही शब्द, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कभी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए भी प्रयोग किया था, जिसको लेकर बवाल हो गया था, पर क्या कांग्रेस या अन्य विपक्षी दल चुनाव आयोग के पास जाकर, इसकी शिकायत करेंगे या ऐसे ही मुख्यमंत्री के आपत्तिजनक शब्दों का रसास्वादन करते रहेंगे।