CID ने HC को सौंपी दागी जनप्रतिनिधियों की सूची, CM रघुवर, सीपी सिंह, चंद्र प्रकाश, नीलकंठ का नाम सूची से गायब – JMM

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने सीआइडी द्वारा झारखण्ड उच्च न्यायालय में दायर किये गये उस हलफनामे का कड़ा विरोध किया है, जिस हलफनामे में दागी जन प्रतिनिधियों की लिस्ट में राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास, नगर विकास मंत्री सी पी सिंह, खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय और आजसू सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को शामिल नहीं किया गया है।

झामुमो के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार की ओर से सीआइडी ने जान बूझकर ये बात उच्च न्यायालय से छुपाई है, जबकि स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 2014 के चुनाव में निर्वाचन आयोग को दिये गये हलफनामे में इस बात को इंगित किया है कि उनके उपर अब तक पांच केस ऐसे हैं, जिस पर चार्ज फ्रेम किये जा चुके है, ये ऐसे केस है, जिसमें कम से कम दो से दस साल तक की सजा का प्रावधान है। नगर विकास मंत्री सी पी सिंह ने भी अपने हलफनामे में उस वक्त चार केस का उल्लेख किया है।

ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा पर भी एक केस हैं, जिस पर चार्ज फ्रेम है। पूर्व मंत्री और अब आजसू के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी पर भी चार केस दर्ज है। ऐसे में मुख्यमंत्री रघुवर दास को बेबाक और पवित्र कहनेवाले लोग स्वयं बेनकाब हो चुके हैं, क्योंकि राज्य सरकार ऐसे लोगों को बचाने का काम कर रही हैं। झामुमो ने कहा कि ऐसा कर जिन लोगों ने न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश की, उसे किसी भी हालात में सही नहीं ठहराया जा सकता।

राज्य में पांच चरणों में भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव की मांग करने की बात सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी मांग ही बता रही है कि भाजपा का जनाधार बड़ी तेजी से पूरे राज्य में खिसक रहा है, और वे पांच चरणों के चुनाव का लाभ लेने का मन बना रहे हैं, जिसमें वे सफल नहीं होंगे।

कल की हरमू मैदान में झामुमो की रैली के बारे में बताते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पूरे राज्य से करीब तीन लाख लोग रैली में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि रांची के प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि वे रैली में आनेवाले लोगों के लिए विशेष प्रबंध करें, ताकि उन्हें कोई दिक्कत न हो। उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी भी दी कि वे विधि व्यवस्था के नाम पर रैली में शामिल होने के लिए आ रहे लोगों को डाइवर्ट करने की कोशिश नहीं करें। उन्होंने कहा कि झामुमो की यह बदलाव रैली संकेत होगा कि भाजपा अब जा रही हैं और झामुमो सत्ता में आ रही हैं।