झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रधानमंत्री मोदी की चमचई का सारा रिकार्ड तोड़ा

झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चमचई का विश्व रिकार्ड बना दिया है। इस विश्व रिकार्ड बना लेने के बाद अब उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी सदा के लिए सुरक्षित हो गई है। सूत्र बताते है की नरेन्द्र मोदी के खासमखास अमित शाह, रघुवर दास द्वारा रांची में की जा रही शाही स्वागत से गदगद है, इस शाही स्वागत से गदगद, अमित शाह सीएम रघुवर दास के खिलाफ एक भी शब्द सुनने को तैयार नहीं है।

सूत्रों का कहना है कि अमित शाह मानते है कि झारखण्ड में जब भी इलेक्शन होंगे, पार्टी को दो सीट से ज्यादा नहीं मिलनेवाली, चाहे मुख्यमंत्री कोई भी हो, ऐसे में इस बात को लेकर वे टेंशन लेने की जरुरत नहीं समझते। फिलहाल अमित शाह, शाही स्वागत का परमसुख प्राप्त करने में ज्यादा ध्यान लगा रहे है।

रघुवर सरकार ने भी अमित शाह को जो जो पसंद है, उस पसंद को प्राथमिकता के आधार पर अमित शाह तक पहुंचा रहे हैं। जिससे प्रसन्न होकर अमित शाह ने रघुवर दास को अभयदान दे दिया है और विरोधियों को सख्त हिदायत दी है कि वे अपने दायरे में रहे। अमित शाह के इस अभय दान से प्रभावित होकर, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चमचई करने में सारा ध्यान लगा दिया है।

आज रघुवर सरकार द्वारा फिर एक विज्ञापन रांची व दिल्ली से प्रकाशित अखबारों को उपलब्ध कराया  गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिन को “सेवा दिवस” घोषित कर दिया गया है। आश्चर्य इस बात की है कि झारखण्ड के अलावे भी बहुत सारे ऐसे भाजपा शासित राज्य है, जहां के मुख्यमंत्रियों द्वारा इस प्रकार की चमचई नहीं दिखाई दे रही है, जो झारखण्ड में दिखाई दे रही है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छतीसगढ़ आदि ऐसे राज्य हैं, जहां ऐसा कोई विज्ञापन नहीं दिख रहा, जिससे ये पता लगता हो कि इन राज्यो के मुख्यमंत्री सारे काम-काज छोड़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चमचई कर रहे हो, पर झारखण्ड में तो हद हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिवस “सेवा दिवस” घोषित कर दिया गया, ठीक उसी प्रकार जैसे पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु का जन्मदिवस बाल दिवस घोषित है।

पिछले तीन दिनों से रांची की जनता अमित शाह के आने से परेशान है। जगह-जगह सड़क जाम से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। लोगों की भीड़ जिन्हें अमित शाह से कोई मतलब नहीं, ढो-ढो कर लाई जा रही है, ताकि अमित शाह देख लें कि रघुवर दास की सरकार कितनी लोकप्रिय है, पर उसी जनता से जब यह पूछा जा रहा है कि आप यहां क्यों आये है, तो मामला देखते बन रहा है।

अब सवाल उठता है कि जब कांग्रेस संस्कृति वाली चमचई का आगमन भाजपा में भी हो चुका, तो ऐसे में लोग आनेवाले समय में भाजपा को वोट क्यों दे, क्यों नहीं टॉप क्लास की चमचई वाली पार्टी को ही सत्ता सौंप दें।

आश्चर्य की बात है कि स्वयं को संघ का प्रचारक, संघ का स्वयंसेवक कहलानेवाला व्यक्ति जो प्रधानमंत्री के पद पर आसीन है, उसे भी चमचई खूब रास आ रहा है। इधर अखबारों व चैनलों का क्या कहना, वे आज भी अमित स्तुति गा रहे हैं, आज फिर तीन-तीन पेज अमित शाह के चरणकमलों में प्रस्तुत किया गया है। कल ही मुख्यमंत्री आवास में अखबारों के मालिकों और संपादकों को अमित शाह ने गुरुमंत्र दिया है, शायद उस गुरु मंत्र का प्रभाव है, कि सभी अखबार व चैनल “अमित की जय – जय, मोदी की जय – जय” भजन गा रहे हैं, आम जनता की समस्याएं अखबारों व चैनलों से गायब है। जनता को ये अखबार समाचार न देकर, सूचनाएं दे रहे है कि अमित शाह की सवारी आज हरमू से गुजरेगी, अगर ज्यादा जरुरी है, तभी उधर निकले, नहीं तो आप परेशानी में पड़ सकते हैं। ऐसी हो गई है, रांची में पत्रकारिता। मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा की जा रही चमचई में, ये भी चमचई करने पर उतारु हैं, ताकि विज्ञापन रुपी नोटों के छींटे से वे सदा उपकृत होते रहे।