राजनीति

मिहिजाम नगर पंचायत की उपाध्यक्ष शांति देवी ने भाजपाइयों के झूठ की पोल खोलकर रख दी

अभिनन्दन करिये, मिहिजाम नगर पंचायत की उपाध्यक्ष शांति देवी को, जिसने भाजपा के झूठ का ऑपरेशन कर दिया। दरअसल कल रांची के हरमू मैदान में भाजपाइयों ने अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया था। जिसमें वे उनका अभिनन्दन कर रहे थे, जो भाजपाई होते हुए विभिन्न नगर पंचायतों, नगर परिषदों व नगर निगमों में धमाल मचाया, जीत दर्ज की। इसी आनन-फानन में अपना कुनबा और बढ़ाने के लिए इन भाजपाइयों ने उन लोगों पर भी डोरे डाले, जो भाजपाई नहीं थे, और उन्हें धोखे में रखकर हरमू मैदान बुलाया तथा मुख्यमंत्री रघुवर दास से सम्मानित कराने का वायदा किया।

मुख्यमंत्री रघुवर दास नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को सम्मानित करेंगे, यह सुनकर मिहिजाम नगर पंचायत की उपाध्यक्ष शांति देवी भी हरमू मैदान रांची पहुंच गई। जैसे ही उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। स्टेज पर घोषणा कर दी गई कि शांति देवी ने भाजपा की नीति और सिद्धांतों पर विश्वास करते हुए भाजपा की सदस्यता ले ली है और कांग्रेस छोड़ दी है।

यह स्टेज पर घोषणा होना था कि कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद और शांति देवी ने इस घोषणा की ही धज्जियां उड़ा दी, उनका कहना था कि उन्हें धोखे में रखकर कार्यक्रम में बुलाया गया और बिना जानकारी के ही उन्हें भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर दी गई, जबकि वह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीती है, वह कांग्रेसी है और कांग्रेसी ही रहेंगी। उन्होंने कहा कि ये सरासर धोखा है, उन्होंने भाजपा में शामिल होने की बात कभी की ही नहीं।

इसी बीच कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने भाजपाइयों के इस कार्य की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि सम्मान समारोह में सम्मानित करने के नाम पर,  भाजपा का पट्टा ओढ़ाकर, धोखे से किसी अन्य पार्टी की प्रतिनिधि को अपनी पार्टी में शामिल कराने की घोषणा, मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में, भाजपा के चरित्र को उजागर करती है।

सूत्र बताते है कि कल के हरमू मैदान में आयोजित हो रही अभिनन्दन समारोह में सभी भाजपा सांसदों- विधायकों को आमंत्रित किया गया था, पर पहुंचे मात्र दो। विधायकों में मात्र पांच-छः ही दिखाई पड़े, यहीं हाल भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों का रहा, ज्यादातर पदाधिकारी अनुपस्थित रहे। मंच संचालन कर रहे खुद को कद्दावर नेता माननेवाले दीपक प्रकाश ने उपस्थित लोगों को खूब मनोरंजन किया। वहीं सभास्थल में आधा से भी ज्यादा कुर्सियां खाली दिखी, कार्यकर्ताओं में जोश व उत्साह का अभाव दिखा।

स्थिति यह रही कि जब थोड़ी बहुत कुर्सियां भरी तब जाकर मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने आवास से सभास्थल की ओर जाने के लिए रवाना हुए। कुल मिलाकर कल का कार्यक्रम यह दिखाने में सफल रहा कि भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा, कब ये पार्टी भरभराकर नीचे गिर जाये, कुछ कहा नहीं जा सकता, शायद भाजपा के ही लोग इस जीत को पचा नहीं पा रहे है, जो उन्हें नगर निकाय चुनावों में मिली है।