अपनी बात

अटलजी की श्रद्धाजंलि सभा में भाजपा नेताओं की हंसी-ठिठोली देख, जनता हैरान

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 16 अगस्त को अपनी अटल अनन्त यात्रा पर चल दिये, जिस दिन अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ, उस दिन पूरा देश उनके लिए रोया, दलों की सारी सीमाएं टूट गई, क्योंकि वे सर्वमान्य नेता थे, सभी के दिलों पर राज करते थे, पर जिस प्रकार से उनके निधन के बाद, उनकी श्रद्धांजलि सभा एवं अस्थि विसर्जन यात्रा में भाजपाइयों का चरित्र उजागर हो रहा हैं, उससे पूरा देश हैरान हैं।

हैरानी इसलिए कि आम जनता अब जानना चाहती है कि क्या सचमुच भाजपा अटल जी के इस दुनिया से जाने का शोक मना रही है, या खुशियां मना रही है, क्योंकि बहुत सारे राज्यों में आयोजित हो रही श्रद्धांजलि सभा एवं अस्थि विसर्जन यात्रा में देखा जा रहा है कि भाजपा के बड़े-बड़े नेता, मंत्री, यहां तक की मुख्यमंत्री तक शोक न प्रकट कर, खुशियां मना रहे हैं। श्रद्धाजंलि सभा एवं अस्थि विसर्जन यात्रा के दौरान ये नेता खुब मुस्कुरा रहे हैं, टेबल पीट रहे हैं, आनन्द मना रहे हैं, जिनकी फोटो पूरे सोशल साइट पर वायरल हो रही हैं।

झारखण्ड में भी मुख्यमंत्री रघुवर दास, नगर विकास मंत्री सी पी सिंह और अन्य भाजपा नेताओं को अस्थि विसर्जन यात्रा के दौरान मुस्कुराते हुए देखा गया। उधर बिहार के भाजपा नेता एवं मंत्री नन्द किशोर यादव को भी श्रद्धांजलि सभा में अपने समर्थकों के साथ मुस्कुराते हुए देखा गया।

 

मध्यप्रदेश के सिवनी में भाजपा के होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह को जोर-जोर से हंसते हुए देखा गया, जब वे अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में भाग ले रहे थे। हद तो तब हो गई, जब छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित हो रही अटल बिहारी वाजपेयी के श्रद्धांजलि सभा में छत्तीसगढ़ के दो मंत्रियों स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर और कृषि मंत्री ब्रज मोहन अग्रवाल ने सारी मर्यादाएं तोड़ दी, इनकी हंसी ऐसी थी कि बेशर्मी की सारी हदें पार कर रही थी, एक तरफ ज्यादातर लोग शोकाकुल थे, तो ये दोनों महाशय मंच पर हंसी-ठिठोली करने में लगे थे, साथ ही वहां उपस्थित लोगों को ये दिखाने में कोई संकोच नहीं कर रहे थे, कि उन्हें इस श्रद्धांजलि सभा से कोई मतलब नहीं, इन दोनों की हंसी पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।

उधर भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा भी अस्थि विसर्जन यात्रा के दौरान की जा रही हरकतों पर कई लोगों ने टिप्पणियां की हैं। मोतिहारी से वरिष्ठ अधिवक्ता रमा कांत पांडेय ने कहा है कि गांव की अनपढ़ औरतें यह दृश्य देखकर आपस में हैरत भरे अंदाज में कह रही थी झिंझिंया तो पहले नवरात्रि में होता था अब नेता जी लोग ई सावन में कौन सा झिंझिंया खेल रहे हैं?