अपनी बात

कृषि मंत्री और संवेदक के बीच की ऑडियो वायरल, कार्यकर्ताओं को देना है पैसा, विष्णुजी के यहां पहुंचाओ

झारखण्ड के कृषि मंत्री रणधीर सिंह तथा संवेदक के बीच कमीशन को लेकर चल रही बातचीत का ऑडियो आज खूब वायरल हुआ। वायरल ऑडियो मात्र 3 मिनट 20 सेंकेंड का हैं। जिसमें संवेदक को अपने पैसे की चिन्ता तो कृषि मंत्री को अपने वोट की चिन्ता उस ऑडियो में साफ सुनाई देती है। ऑडियो से साफ पता चलता है कि कृषि मंत्री के किसी खास ने संवेदक को फोन लगाया है, जिसमें वह संवेदक को कहता है कि माननीय मंत्री जी आपसे बात करना चाहते हैं, और फिर कृषि मंत्री बातचीत के क्रम में कहते है कि 25 आदमी है, उसको पैसा देने को कहे थे, दिया।

संवेदक कहता है कि 25 आदमी नहीं है, सर। मात्र 12-15 आदमी है, अगर आपका आदेश है सर, उनलोगों को वो व्यवस्था कर देगा। बातचीत में विष्णु जी का भी नाम आता है, कृषि मंत्री संवेदक को कहते है कि वो विष्णु जी के यहां पैसा भिजवा दें, वो कार्यकर्ताओं को पैसा अपने हाथों से बंटवा देंगे, नहीं तो आनेवाले समय में वो लोग वोट खराब कर देगा। कृषि मंत्री इस कार्य के बदले संवेदक को भरोसा दिलाते है कि उसको चिन्ता करने की बात नहीं हैं, इधर जल्दी ही कई निर्माण कार्यों का डीपीआर बन रहा हैं, टेंडर निकलनेवाला है, वे उसमें से कुछ टेंडर उसको दिलवा देंगे।

संवेदक इसी दरम्यान किसी कन्नू का नाम लेता है, कृषि मंत्री बताते है कि कन्नू को वे जानते हैं, बातचीत में वे फिर कहते है कि विष्णु जी के यहां पैसा भिजवा दो, संवेदक कहता है कि सर आपके आदेश का पालन होगा। तीन मिनट 20 सेंकेंड का यह वायरल ऑडियो झारखण्ड सरकार के मंत्रियों और संवेदकों के बीच मधुर संबंधों की पोल खोलकर रख देता हैं, उसके बावजूद भी राज्य सरकार के मुखिया यानी सीएम रघुवर दास ये बोलते नहीं थकते कि राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त शासन चल रहा हैं, पता नहीं उनकी नजरों में भ्रष्टाचार मुक्त शासन क्या होता है?

इधर इस ऑडियो से यह भी पता चलता है कि हर मंत्री या सत्ता से जुड़ा विधायक फिलहाल चुनावी चकल्लस में डूब चुका हैं, सभी अपने कार्यकर्ताओं को हाथ गरम करवा देना चाहते हैं, ताकि चुनाव में उसके हाथों की गरमी से उसकी चुनावी वैतरणी पार हो जाये, पर क्या जनता ऐसे मंत्रियों या विधायकों को माफ करने के मूड में हैं, ये तो पता चलेगा तब, जब चुनाव परिणाम सामने आयेंगे, ऐसे लोग बताते है कि फिलहाल कृषि मंत्री की हालत, उनके अपने इलाके में ठीक नहीं चल रही, उनके इलाके में कोई नया चेहरा ही इस बार विधानसभा का मुंह देखेगा, और यह कौन होगा, फिलहाल कहना मुश्किल है।