एक कमेन्ट को लेकर युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के खिलाफ भड़के पिठोरिया के लोग, थाने का किया घेराव

फेसबुक पर एक कथित टिप्पणी को लेकर एक युवती को कल गिरफ्तार कर जेल भेज दिये जाने से भड़के पिठोरिया के लोगों ने आज पिठोरिया थाने का घेराव किया। ग्रामीणों का कहना था कि उक्त युवती ने कोई इतना बड़ा अपराध नहीं कर दिया था, जिसके कारण उसे जेल भेज कर, उसके जीवन से ही खिलवाड़ कर दिया जाये। थाने का घेराव कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि राज्य में इससे बड़ा-बड़ा गुनाह कर लोग आराम से घुम-फिर रहे हैं, सरकार और यहां के पुलिस बताएं कि उनके साथ इतनी जल्दबाजी क्यों नहीं होती?

ग्रामीणों का कहना था कि पिठोरिया में चार बजे उस युवती के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होती है, छः बजे उसे गिरफ्तार किया जाता है और रात में उसे जेल भेज दिया जाता है। लोगों का कहना था कि ये मामला इतना बड़ा भी नहीं था, पर उसे बड़ा बना दिया गया, जिसको लेकर आक्रोश होना लाजिमी है। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि पिठोरिया में इससे भी बड़ी-बड़ी घटनाएं हुई, पर लोगों ने आपसी समझ-बूझ से काम लिया और मामले को शांत किया, पर यहां तो इतनी जल्दबाजी इस मामले में स्थानीय पुलिस ने दिखाई, कि सभी देखकर सन्न रह गये।

लोगों का कहना था कि मामला पुरुष से संबंधित रहता तो इतनी बड़ी बात नहीं होती, पर मामला एक युवती से संबंधित है, उसके भविष्य से जुड़ा है, इसलिए ये मामला ग्रामीणों के लिए काफी बड़ा है, ग्रामीण इस मामले को लेकर सासंद संजय सेठ और स्थानीय विधायक जीतू चरण राम से भी खफा है, उनका कहना है कि इन लोगों ने इस मामले को सूलझाने की कोशिश ही नहीं की। पिठोरिया में इस घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश है।

कुछ लोगों ने भाजपा और हिन्दूवादी संगठनों की भी कड़ी आलोचना की, उनका कहना था कि हिन्दूवादी संगठन, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वोट के समय भाजपा की वकालत भी करते हैं, पर जब किसी हिन्दू के भविष्य को लेकर बाते आती हैं, तो वे उनकी भविष्य को छोड़, अपना भविष्य तलाशने लगते हैं, पूरे मामले में अभी भी लोगों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है, हालांकि वरीय पुलिस प्रशासनिक अधिकारी पिठोरिया थाने के घेराव होने के बाद, पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है, कि युवती को अविलम्ब रिहा किया जाय और केस को खत्म किया जाय।