अपनी बात

स्थानीय प्रशासन व सत्ता पक्ष द्वारा रामनवमी समिति के लोगों पर हुए केस से गुस्साए लोगों ने अर्जुन मुंडा के अनुरोध को स्वीकारा, अपना फैसला वापस लिया, खूंटी में मनेगा रामनवमी उत्सव

केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज अपने लोकसभा क्षेत्र खूंटी पहुंचकर वहां के प्रबुद्ध जनों एवं रामनवमी आयोजन समिति से जुड़े भक्तों की बातें सुनी। इसके बाद उन्होंने उपायुक्त एवं एसपी से इस संबंध में बात की।  उन्होने जिला प्रशासन से रामनवमी का जुलूस सौहार्दपूर्ण वातावरण में निकालने की समुचित व्यवस्था करने को कहा, साथ ही कोई कार्रवाई न हो, यह भी सुनिश्चित करने को कहा।

ज्ञातव्य है कि 54 के खिलाफ नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज होने के विरोध में खूंटी की केन्द्रीय रामनवमी महासमिति ने इस बार रामनवमी महोत्सव नहीं मनाने का निर्णय ले लिया था। केन्द्रीय रामनवमी महासमिति के इस निर्णय की बात जब केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा तक पहुंची तो उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र में जाकर समस्या जानने की कोशिश की, और सभी से रामनवमी महोत्सव मनाने का अनुरोध किया, साथ ही इस पूरे मामले को स्वयं देखने की बात कही।

सूत्र बताते है कि दो पक्षों में हुई गुत्थमगुत्थी को लेकर दोनों पक्षों में सुलह हो गई थी, पर सत्ता पक्ष में बैठे दो मंत्रियों के दबाव में रामनवमी महोत्सव समिति से जुड़े लोगों के खिलाफ स्थानीय प्रशासन ने केस दर्ज कर लिया। ऐसे में राम नवमी महोत्सव समिति क्या करती, वही जिसका अंदेशा था। रामनवमी शोभायात्रा एवं महोत्सव नहीं मनाने का निर्णय ले लिया।

इधर लोगों की अपेक्षाओं और महोत्सव की परम्परा को देख स्थानीय प्रशासन ने भी अपने रवैये में बदलाव किया है, उस रवैये का बदलाव इस फोटो से ही साफ दिखाई देता हैं कि एक प्रशासनिक अधिकारी कैसे पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा के सीने पर लगे काले बिल्ले को हटाने का प्रयास कर रहा है। राजनीतिक पंडितों की मानें तो राज्य सरकार में शामिल मंत्रियों को चाहिए कि वे इस पूरे प्रकरण को हिन्दू और मुसलमान की नजरों से न देंखें।

बल्कि ये महोत्सव कैसे निर्विघ्न संपन्न हो, कैसे दोनों समुदायों में प्रेम बढ़ें, इस पर ज्यादा ध्यान दें, नहीं तो एक बार इस प्रकार की दूरियां बनाने की कोशिश की जड़ें खोदने शुरु हुए तो फिर आगे कोई भी समुदाय का त्यौहार निर्विघ्न संपन्न हो ही जायेगा, इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता। इसलिए समाज में विष घोलने के बजाय, प्रेम कैसे फैले, इस पर सभी का ध्यान रहना चाहिए।